मुंबई:
एनडीए में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने जैतापुर परमाणु परियोजना को लेकर खुलेआम तलवार तान ली है। मुंबई में एक कार्यक्रम में बात करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि परमाणु ऊर्जा से हुए हादसे का नुकसान जानने के लिए केंद्रीय कैबिनेट की बैठक फुकुशिमा और चेर्नोबिल में होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल-फिलहाल में ही एक बैठक के दौरान शिवसेना सांसदों से कहा था कि वो जैतापुर न्यूक्लियर पॉवर प्रोजेक्ट का विरोध ना करें।
दरअसल बुधवार को दिल्ली में इस प्रोजेक्ट का विरोध जताने के लिए शिवसेना सांसदों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। मोदी ने सांसदों से उनकी आशंका को दूर करने का भरोसा दिया था। लेकिन इसके ठीक बाद युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने एक के बाद एक इस परियोजना के विरोध में कई ट्वीट किए और अब उद्धव ने भी खुलकर इस मुद्दे पर सरकार का विरोध किया है।
शिवसेना ने सिर्फ जैतापुर पर ही नहीं भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर भी सरकार से दो-दो हाथ करने की ठान ली है। उद्धव ने कहा है कि उनकी पार्टी मौजूदा विधेयक का विरोध जारी रखेगी और किसी भी क़ीमत पर गरीबों की जमीन हथियाने नहीं देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल-फिलहाल में ही एक बैठक के दौरान शिवसेना सांसदों से कहा था कि वो जैतापुर न्यूक्लियर पॉवर प्रोजेक्ट का विरोध ना करें।
दरअसल बुधवार को दिल्ली में इस प्रोजेक्ट का विरोध जताने के लिए शिवसेना सांसदों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। मोदी ने सांसदों से उनकी आशंका को दूर करने का भरोसा दिया था। लेकिन इसके ठीक बाद युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने एक के बाद एक इस परियोजना के विरोध में कई ट्वीट किए और अब उद्धव ने भी खुलकर इस मुद्दे पर सरकार का विरोध किया है।
शिवसेना ने सिर्फ जैतापुर पर ही नहीं भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर भी सरकार से दो-दो हाथ करने की ठान ली है। उद्धव ने कहा है कि उनकी पार्टी मौजूदा विधेयक का विरोध जारी रखेगी और किसी भी क़ीमत पर गरीबों की जमीन हथियाने नहीं देगी।
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