भुवनेश्वर:
ओडिशा सरकार ने वीएसएस मेडिकल कॉलेज अस्तपाल में नौ नवजात शिशुओं की मौत को ‘संयोग’ करार दिया है जबकि विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने इस मामले में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राउत के इस्तीफे की मांग करते हुए अपना विरोध तेज कर दिया।
राउत ने 24 घंटों में नौ शिशुओं की मौत के कारणों की जांच करने वाले विशेषज्ञों के दल की रिपोर्ट के हवाले से कहा, ‘बुर्ला में वीएसएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नवजात देखभाल की विशेष इकाई (एसएनसीयू) में काम कर रहे चिकित्सकों और अर्द्ध-चिकित्सकीय स्टाफ ने कोई लापरवाही नहीं की।’ अस्पताल के एसएनसीयू में शुक्रवार और शनिवार की सुबह के बीच नौ शिशुओं की मौत हो गई थी।
हालांकि कांग्रेस ने शिशुओं की मौत लापरवाही के कारण होने का आरोप लगाते हुए बुर्ला में 24 घंटे के बंद का आह्वान किया जिससे शहर में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। उन्होंने नैतिक आधार पर स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से इस्तीफे की मांग की।
इस बीच, भाजपा कार्यकर्ताओं ने भुवनेश्वर में स्वास्थ्य मंत्री के आधिकारिक आवास के सामने और अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए तथा शिशुओं की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
राउत ने 24 घंटों में नौ शिशुओं की मौत के कारणों की जांच करने वाले विशेषज्ञों के दल की रिपोर्ट के हवाले से कहा, ‘बुर्ला में वीएसएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नवजात देखभाल की विशेष इकाई (एसएनसीयू) में काम कर रहे चिकित्सकों और अर्द्ध-चिकित्सकीय स्टाफ ने कोई लापरवाही नहीं की।’ अस्पताल के एसएनसीयू में शुक्रवार और शनिवार की सुबह के बीच नौ शिशुओं की मौत हो गई थी।
हालांकि कांग्रेस ने शिशुओं की मौत लापरवाही के कारण होने का आरोप लगाते हुए बुर्ला में 24 घंटे के बंद का आह्वान किया जिससे शहर में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। उन्होंने नैतिक आधार पर स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से इस्तीफे की मांग की।
इस बीच, भाजपा कार्यकर्ताओं ने भुवनेश्वर में स्वास्थ्य मंत्री के आधिकारिक आवास के सामने और अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए तथा शिशुओं की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं