सभी संस्थाओं पर सरकार के कब्जा कर लेने संबंधी बयान को लेकर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की आलोचना करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कहा कि यह इन संस्थाओं की स्वायत्ता और संस्थागत सम्मान पर हमला है.
भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नवा रायपुर में अपनी पार्टी के महाधिवेशन में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का भाषण हताशापूर्ण है तथा उसमें इस अहसास का अभाव है कि विपक्षी दल की अपील इतनी सीमित क्यों है.
प्रसाद ने कहा कि यदि देश के लोग कांग्रेस के लिए मतदान नहीं करते हैं, तो उन्हें (सोनिया को) निर्वाचन आयोग पर क्यों आरोप लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सोनिया और उनका परिवार यह तथ्य स्वीकार करने को अनिच्छुक है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के तहत समाज के सभी वर्गों को विकास का लाभ प्राप्त हुआ है.
उन्होंने कहा कि यह ईमानदार शासन के कारण हुआ. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती शासन के दौरान भष्ट्राचार, राजनेताओं-पूंजीपतियों की सांठगांठ और परिवार के शासन को बढ़ावा दिये जाने ने पार्टी (कांग्रेस) को इस दयनीय हालत में पहुंचाया है.
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस की बैठक में कोई ईमानदार आत्मावलोकन नहीं किया गया.''
गौरतलब है कि सोनिया ने अपने भाषण में आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा की सरकार ने सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है और विपक्ष की आवाज दबाने के साथ नफरत की आग भड़काई जा रही है.
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