वीडियो में सांसद को एक बुजुर्ग की ओर बढ़ते और उसे पैर से मारते दिखाया गया है।
अहमदाबाद:
गुजरात से बीजेपी के सांसद विट्ठल रादड़िया को हाल ही में वायरल हुए वीडियो में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान बुजुर्ग से पैर से मारते हुए देखा गया। रादडिया ने माना है कि उन्होंने ऐसा किया था, लेकिन सांसद ने इसे एक 'छोटी (मामूली) घटना' करार दिया है।
सोशल मीडिया पर आए इस वीडियो में सांसद को कार्यक्रम में बैठे हुए एक बुजुर्ग की ओर बढ़ते और बार-बार उसे पैर से मारते दिखाया गया है। इसमें रादड़िया इस बुजुर्ग की वस्तुओं को उठाते और उसे कार्यक्रम से जाने को आदेश देते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
सांसद रादड़िया बोले, वह व्यक्ति अंधविश्वास फैला रहा था
रादडिया ने माना है कि उन्होंने इस व्यक्ति को पैर से मारा और उसे बाहर निकलवा दिया क्योंकि यह अंधविश्वास फैला रहा था और अजीबोगरीब व्यवहार कर रहा था।इससे पहले बुजुर्ग को पैर से मारने की बात से इनकार करने वाले 57 वर्षीय रादड़िया ने कहा, 'जब कलाकार गा रहे थे तब यह शख्स अंधविश्वास फैलाते हुए लगातार सिर और अपने शरीर को हिला रहा था। उसकी इन हरकतों से दूसरे लोगों को भी परेशानी हो रही थी।'
उन्होंने कहा, 'आयोजकों ने मुझे बताया कि वह टेंट में पिछले तीन-चार दिन से रह रहा है। उसे अपने अजीबोगरीब व्यवहार से लोगों को 'परेशान करने' से रोकने के लिए मैं पहले उसे पैर से मारा और फिर आयोजकों से उसे बाहर निकालने को कहा। उसके बाहर जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। यह एक मामूली घटना थी।'
पुलिस ने वीडियो को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा
हालांकि इस व्यक्ति की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है लेकिन पुलिस ने मंगलवार को अपनी ओर से जांच शुरू करते हुए वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। गौरतलब है कि 2013 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए रादड़िया का विवादों से गहरा नाता है। वर्ष 2012 में वे एक टोल बूथ पर धमकी के अंदाज में बंदूक लहराते हुए कैमरे में कैद किए गए थे।
सोशल मीडिया पर आए इस वीडियो में सांसद को कार्यक्रम में बैठे हुए एक बुजुर्ग की ओर बढ़ते और बार-बार उसे पैर से मारते दिखाया गया है। इसमें रादड़िया इस बुजुर्ग की वस्तुओं को उठाते और उसे कार्यक्रम से जाने को आदेश देते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
सांसद रादड़िया बोले, वह व्यक्ति अंधविश्वास फैला रहा था
रादडिया ने माना है कि उन्होंने इस व्यक्ति को पैर से मारा और उसे बाहर निकलवा दिया क्योंकि यह अंधविश्वास फैला रहा था और अजीबोगरीब व्यवहार कर रहा था।इससे पहले बुजुर्ग को पैर से मारने की बात से इनकार करने वाले 57 वर्षीय रादड़िया ने कहा, 'जब कलाकार गा रहे थे तब यह शख्स अंधविश्वास फैलाते हुए लगातार सिर और अपने शरीर को हिला रहा था। उसकी इन हरकतों से दूसरे लोगों को भी परेशानी हो रही थी।'
उन्होंने कहा, 'आयोजकों ने मुझे बताया कि वह टेंट में पिछले तीन-चार दिन से रह रहा है। उसे अपने अजीबोगरीब व्यवहार से लोगों को 'परेशान करने' से रोकने के लिए मैं पहले उसे पैर से मारा और फिर आयोजकों से उसे बाहर निकालने को कहा। उसके बाहर जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। यह एक मामूली घटना थी।'
पुलिस ने वीडियो को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा
हालांकि इस व्यक्ति की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है लेकिन पुलिस ने मंगलवार को अपनी ओर से जांच शुरू करते हुए वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। गौरतलब है कि 2013 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए रादड़िया का विवादों से गहरा नाता है। वर्ष 2012 में वे एक टोल बूथ पर धमकी के अंदाज में बंदूक लहराते हुए कैमरे में कैद किए गए थे।
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