
The killing of @RisingKashmir editor, Shujaat Bukhari is an act of cowardice. It is an attempt to silence the saner voices of Kashmir. He was a courageous and fearless journalist. Extremely shocked & pained at his death. My thoughts and prayers are with his bereaved family.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 14, 2018
वहीं, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुजात बुखारी की हत्या पर शोक जताते हुए ट्वीट किया. “शुजात बुखारी की भयानक हत्या पर मैं चौंक गया हूं. इस तरह की मूर्खतापूर्ण हिंसा की हमारे देश में कोई जगह नहीं है. उनके परिवार और दोस्तों के लिए मेरी गहरी संवेदना. उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता.”
I am shocked at the gruesome murder of #ShujaatBukhari. Such mindless violence does not have any place in our country. My deepest condolences to his family & friends. His voice will never be silenced.
— Pranab Mukherjee (@CitiznMukherjee) June 15, 2018
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वरिष्ठ पत्रकार बुखारी की हत्या पर दुख प्रकट किया और कहा कि वह एक साहसी पत्रकार थे जो जम्मू कश्मीर में शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ रहे थे. राहुल ने ट्वीट किया, ‘‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की खबर सुनकर दुखी हूं. वह बहादुर इंसान थे जो जम्मू-कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ रहे थे. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के प्रति हैं. बुखारी की कमी महसूस होगी.’’
I’m anguished to hear about the killing of Shujaat Bukhari, editor of @RisingKashmir. He was a brave heart who fought fearlessly for justice and peace in Jammu & Kashmir. My condolences to his family. He will be missed.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 14, 2018
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘‘मैं क्या कह सकती हूं. कुछ दिन पहले ही वह मुझसे मिलने आए थे.’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘शुजात बुखारी के अचानक चले जाने से स्तब्ध और दुखी हूं. आतंकवाद की बुराई ने ईद की पूर्व संध्या पर अपना घिनौना चेहरा दिखाया है. मैं बर्बर हिंसक कृत्य की कड़ी निन्दा करती हूं और प्रार्थना करती हूं कि ईश्वर उनकी (बुखारी) आत्मा को शांति प्रदान करें.’’
Shocked & deeply saddened by the sudden demise of Shujaat Bukhari. The scourge of terror has reared its ugly head on the eve of Eid. I strongly condemn this act of mindless violence & pray for his soul to rest in peace. My deepest condolences to his family.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) June 14, 2018
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केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि ‘राइजिंग कश्मीर’ के संपादक शुजात बुखारी की हत्या प्रेस की आजादी पर बर्बर हमला है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘शुजात बुखारी की हत्या प्रेस की आजादी पर बर्बर हमला है. यह कायराना और निंदनीय आतंकी कृत्य है. हमारा निर्भीक मीडिया हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है और हम मीडियाकर्मियों के लिए सुरक्षित एवं अनुकूल कामकाजी माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’’
Assassination of #ShujaatBukhari is a brutal attack on freedom of press. A cowardly and deplorable act of terror. Our fearless media is one of the greatest strength of our democracy and we are committed to provide a safe and conducive working environment to media persons.
— Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) June 14, 2018
केन्द्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर कहा कि वह वरिष्ठ पत्रकार की हत्या के बारे में जानकर ‘‘बहुत दुखी’’ हैं. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘‘उन्होंने (बुखारी) 2014 की बाढ़ के दौरान काफी अच्छा कार्य किया. वह एक अच्छे व्यक्ति थे. उनकी मृत्यु से हमने एक अच्छा पत्रकार और समाजसेवक खो दिया है.’’
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘इतना स्तब्ध हूं कि शब्दों में बयां नहीं कर सकता. शुजात को जन्नत मिले और उनके प्रियजनों को इस मुश्किल घड़ी में ताकत मिले.’’
VIDEO: पत्रकार शुजात बुखारी का कत्ल, लोकतंत्र की हत्या है : गुलाम नबी आजाद
वरिष्ठ पत्रकार एवं उनके दो पीएसओ की आतंकवादियों ने श्रीनगर के लालचौक पर प्रेस एन्क्लेव स्थित उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी.
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