लोकसभा चुनावों के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना गठबंधन के बीच कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है. अगले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शिवसेना, उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है. शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद राउत ने इसके संकेत दिए. दरअसल एक इंटरव्यू के दौरान राउत से सवाल पूछा गया कि बीजेपी और शिवसेना के सत्ता में वापसी करने पर क्या आदित्य ठाकरे उप मुख्यमंत्री बनेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि ठाकरे उप पद नहीं लेते हैं. ठाकरे परिवार के सदस्य हमेशा प्रमुख बने हैं. इस परिवार की राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी प्रतिष्ठा रही है. संजय राउत के इस बयान के बाद अब कयास लगने लगे हैं कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अगर शिवसेना, भाजपा से बेहतर प्रदर्शन करती है तो शिवसेना आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए नाम आगे कर सकती है.
कांग्रेस को कैसे मिलेगी नई दिशा, मणिशंकर अय्यर ने सुझाए ये 3 फॉर्मूले
आदित्य ठाकरे के विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल का जवाब देते हुए शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे फैसला करेंगे कि उनके बेटे और पार्टी के युवा चेहरे आदित्य ठाकरे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं. राउत ने कहा कि 28 साल के आदित्य ठाकरे शिवसेना के लिए विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, ताकि वह यह सुनिश्चित कर सकें कि उनके दादा बाल ठाकरे द्वारा स्थापित पार्टी इस साल के विधानसभा चुनाव में ज्यादा सीटें जीत सके.
बीजेपी विधायक की गुंडागर्दी, पत्रकार ने दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई
आदित्य ठाकरे से जब इन कयासों के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने न तो इसको खारिज किया और न ही इस सवाल पर अपनी सहमति जताई. आदित्य के जन्मदिन के मौके पर पत्रकारों ने जब उनसे इस संबंध में सवाल पूछा तो ठाकरे ने कहा कि इस बारे में आज बात नहीं करेंगे. इस विषय पर फिर कभी चर्चा की जाएगी. बता दें कि शिवसेना के युवा संगठन की तरफ से तो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की जीत के बाद 6-6 महीने के मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात भी कही जा चुकी है.
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी, अगला मुख्यमंत्री अपनी ही पार्टी से होने का दावा करती रही है. हाल ही में महाराष्ट्र बीजेपी के नेता सुधीर मुंगटीवार ने कहा था कि कोर कमेटी में तय हुआ है कि सभी कार्यकर्ता मिलकर विधानसभा चुनावों में गठबंधन की जीत के लिए कोशिश करेंगे ताकि अगल मुख्यमंत्री बीजेपी का ही हो. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटों में से भाजपा और शिवसेना 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और 18 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी जाएगी. पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने महाराष्ट्र जबरदस्त जीत हासिल करते हुए अकेले 122 सीटों पर जीत दर्ज की थी. शिवसेना राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी. इन 5 सालों में कई मौकों पर शिवसेना ने बीजेपी के लिए मुश्किल हालात पैदा किए थे लेकिन लोकसभा चुनावों से पहले दोनों पार्टियों के बीच पैदा हुए मनमुटाव को दूर कर लिया गया था. लोकसभा चुनावों में मिली जीत के बाद शिवसेना ने बीजेपी को अपना बड़ा भाई बताया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं