भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने अनुच्छेद-370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने के केंद्र के फैसले के लिए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तुलना भगवान कृष्ण और अर्जुन से की. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘रणछोड़ दास गांधी' करार दिया, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद पार्टी को ‘परित्यक्त' कर दिया है, जब वह सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है. जम्मू-कश्मीर पर केंद्र के फैसले को लेकर मोदी और शाह की प्रशंसा करते हुए चौहान ने कहा, ‘देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है. वे कृष्ण और अर्जुन की तरह देश को आगे ले जाने में व्यस्त हैं.'
कांग्रेस के अनुच्छेद-370 पर भ्रमित होने का दावा करते हुए उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मुद्दे पर बयान जारी करने की मांग की. चौहान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के केंद्र के ऐतिहासिक फैसले पर कांग्रेस नेता अलग-अलग सुर में बोल रहे हैं, जबकि सोनिया गांधी इस मामले पर चुप हैं. कांग्रेस इस बात को लेकर भ्रमित है कि आखिर केंद्र के फैसले पर किस तरह की प्रतिक्रिया दी जाए.'
शिवराज सिंह चौहान बोले, नेहरू की 'गलत' नीतियों के चलते गोवा की आजादी में हुई देरी
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोवा की राजधानी में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करने आए हैं. जम्मू-कश्मीर पर केंद्र के फैसले का ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कांग्रेस के कुछ नेताओं ने समर्थन किया, जबकि पार्टी ने संसद में राज्य पुनर्गठन विधेयक का विरोध किया था. हालांकि, पार्टी ने बाद में कहा कि जिस तरह से विधेयक को सत्तारूढ़ दल की ओर से संसद में पेश किया गया वह उसके खिलाफ है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘चूंकि कांग्रेस के कई नेता इस मुद्दे पर अलग-अलग सुर में बोल रहे हैं, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने अबतक इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा है. ऐसे में मैं सोनिया गांधी जी से मांग करता हूं कि वह बयान जारी कर इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें.' उन्होंने कहा कि वह राहुल गांधी से इस मुद्दे पर किसी बयान की उम्मीद नहीं करते हैं.
कांग्रेस की बागडोर एक बार फिर सोनिया गांधी को देने पर उन्होंने कहा कि पार्टी यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि संगठन पर एक ही परिवार का एकाधिकार कमजोर न हो. चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलत नीतियों को जम्मू-कश्मीर और पूर्व पुर्तगाली उपनिवेश गोवा के लोगों की पीड़ा के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘ नेहरू की गलत नीतियां भारत की आजादी के बाद भी वर्षों तक गोवा के पुर्तगाली उपनिवेश बने रहने के लिए जिम्मेदार रहीं. गोवा आजादी के बाद समृ्द्ध हुआ और इसी तरह अब जम्मू-कश्मीर अनुच्छेद-370 खत्म करने के बाद विकास करेगा.'
साथ ही चौहान ने कहा कि नेहरू युद्ध के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) बनाने के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘जब भारतीय सशस्त्र बल पाकिस्तानी सैनिकों को पीछे धकेल रहे थे, तभी नेहरू ने एकतरफा संघर्ष विराम का ऐलान कर दिया और पीओके उनके कब्जे में रह गया, नहीं तो वह भारत का अभिन्न हिस्सा बन चुका होता.'
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं