एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के धड़े मुंबई में दो अलग-अलग स्थानों पर 19 जून को शिवसेना का स्थापना दिवस मनाने की तैयारी कर रहे हैं. इस दौरान दोनों के बीच यह साबित करने के लिए वाकयुद्ध भी हो सकता है कि कौन संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की राजनीति (विचारधारा) का असली उत्तराधिकारी है.
पिछले साल एकनाथ शिंदे के उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने के बाद शिवसेना विभाजित हो गई थी तथा पार्टी का नाम एवं निशान ‘तीर-धनुष' शिंदे धड़े को दिया गया था. ठाकरे धड़े का नाम शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) रखा गया था. पिछले साल के इस विभाजन के बाद यह शिवसेना का पहला स्थापना दिवस है जो दो स्थानों पर मनाया जाएगा.
एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना (का धड़ा) उत्तर पश्चिमी मुंबई के गोरेगांव में नेस्को मैदान में यह आयोजन करेगी, जबकि शिवसेना यूबीटी मध्य मुंबई में सियोन के शणमुखानंद हॉल में अपना कार्यक्रम करेगी. दोनों ही धड़े असली शिवसेना होने का दावा करते हैं.
शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेना है.
शिवसेना के सांसद और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे ने कहा कि स्थापना दिवस कार्यक्रम में पूरे महाराष्ट्र से पार्टी कार्यकर्ता आएंगे.
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि ठाकरे वर्ली में भी अपने समर्थकों को संबोधित करेंगे. वर्ली उनके पुत्र और राज्य के पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे का निर्वाचन क्षेत्र है. कार्टूनिस्ट से नेता बने बाल ठाकरे ने 1966 में शिवसेना की स्थापना की थी. वह मिट्टी के लाल की धारणा के पैरोकार थे.
एकनाथ शिंदे ने पिछले साल बगावत कर उद्धव ठाकरे की सरकार गिरा दी थी. बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.
शिवसेना (यूबीटी) महा विकास आघाड़ी का हिस्सा है. एकनाथ शिंदे सरकार से पहले महा विकास आघाड़ी गठबंधन ही महाराष्ट्र में सत्ता में था. उसमें कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अन्य घटक हैं.
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