मुंबई:
शीना बोरा हत्याकांड में मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए एक बयान में शीना के मंगेतर रहे राहुल मुखर्जी ने कहा है कि शीना चाहती थी कि वह खुद को अपनी मां इंद्राणी मुखर्जी की बहन की तरह पेश न करे, जो उसकी हत्या की मुख्य आरोपी है।
इंद्राणी ने मुंबई में अपने सामाजिक संपर्कों में आने वाले लोगों को बताया था कि शीना उसकी छोटी बहन है। शीना इंद्राणी की पहले हुई एक शादी से हुई बेटी थी।
पिछले महीने दर्ज कराए गए अपने बयान में पूर्व मीडिया मुगल और शीना के सौतेले पिता तथा इस मामले के आरोपी पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल ने कहा कि इंद्राणी शीना की हत्या के बाद उसके 'लापता' होने के बारे में बार-बार अपनी कहानी बदलती रही थी।
बचाव पक्ष के वकीलों को बयान की प्रति गुरुवार को उपलब्ध कराई गई। राहुल ने कहा, 'शीना ने कहा कि विधि 'इंद्राणी और उसके पूर्व पति संजीव खन्ना की बेटी' को उसकी बेटी की तरह रखा जा रहा है, जो उसे बहुत अनुचित लगा।'
किराए के एक फ्लैट में शीना के साथ रहने वाले राहुल ने यह भी बताया कि मार्च 2009 में मुंबई के खार स्थित उसके फ्लैट पर जब इंद्राणी और उसके सहकर्मी आए तो पीटर ने उसे बताया था कि इंद्राणी उसके यहां आ रही है और वह उन्हें अलग करना चाहती है।
राहुल ने कहा, 'बाद में इंद्राणी आई और शीना को दूर ले गई।' दो महीने बाद शीना ने राहुल से संपर्क किया और कहा कि वह बेंगलुरु में है। राहुल ने कहा, 'शीना ने मुझे बताया कि वह बेंगलुरु में है और अपने पूर्व बॉयफ्रेंड कौस्तुभ सैकिया के साथ नहीं रहना चाह रही है, जोकि उससे अपना रिश्ता फिर से कायम करना चाहता था, जबकि शीना इसके लिए तैयार नहीं थी।'
उसने बताया, 'एक दिन कौस्तुभ ने शीना के पांव पर बीयर की एक बोतल दे मारी थी।' राहुल के मुताबिक, शीना ने उसे बताया था कि (इंद्राणी और शीना के) संयुक्त बैंक खाते से 15,000 रुपये निकाले गए थे (जिन्हें शीना ने नहीं निकाला था) और उसका मोबाइल भी संपर्क से कटा था।
उन्होंने कहा, 'साल 2012 में शीना अपनी आगे की पढ़ाई करना चाहती थी और उसे पैसों की जरूरत थी। लिहाजा, उसने इंद्राणी से फिर से बातचीत शुरू की।' शीना की हत्या के दिन यानी 24 अप्रैल 2012 को राहुल ने उसे बांद्रा में छोड़ा था, उसके बाद शीना ने इंद्राणी से मुलाकात की थी।
बहरहाल, जब राहुल ने उससे दोबारा संपर्क करने की कोशिश की तो इंद्राणी ने शीना के मोबाइल से मेसेज भेजकर कहा कि वह (शीना) किसी और से मिली थी और (राहुल से) फिर से संपर्क करने के लिए दो महीने का वक्त मांगा।
इस बीच, मुंबई मेट्रो, जहां शीना नौकरी करती थी, के एचआर प्रमुख शुभोदय मुखर्जी ने मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने बयान में कहा है कि अप्रैल 2012 में शीना के लापता होने के बाद उसकी मां इंद्राणी ने कथित तौर पर उसके नियोक्ता से कहा कि शीना नहीं चाहती कि कोई उससे संपर्क करे, क्योंकि वह तकलीफ में है और उन्हें उसकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
शुभोदय ने बताया कि शीना 24 अप्रैल 2012 को सवेरे ही दफ्तर से चली गई थी और उसके बाद उससे कभी संपर्क नहीं हो सका।
इंद्राणी ने मुंबई में अपने सामाजिक संपर्कों में आने वाले लोगों को बताया था कि शीना उसकी छोटी बहन है। शीना इंद्राणी की पहले हुई एक शादी से हुई बेटी थी।
पिछले महीने दर्ज कराए गए अपने बयान में पूर्व मीडिया मुगल और शीना के सौतेले पिता तथा इस मामले के आरोपी पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल ने कहा कि इंद्राणी शीना की हत्या के बाद उसके 'लापता' होने के बारे में बार-बार अपनी कहानी बदलती रही थी।
बचाव पक्ष के वकीलों को बयान की प्रति गुरुवार को उपलब्ध कराई गई। राहुल ने कहा, 'शीना ने कहा कि विधि 'इंद्राणी और उसके पूर्व पति संजीव खन्ना की बेटी' को उसकी बेटी की तरह रखा जा रहा है, जो उसे बहुत अनुचित लगा।'
किराए के एक फ्लैट में शीना के साथ रहने वाले राहुल ने यह भी बताया कि मार्च 2009 में मुंबई के खार स्थित उसके फ्लैट पर जब इंद्राणी और उसके सहकर्मी आए तो पीटर ने उसे बताया था कि इंद्राणी उसके यहां आ रही है और वह उन्हें अलग करना चाहती है।
राहुल ने कहा, 'बाद में इंद्राणी आई और शीना को दूर ले गई।' दो महीने बाद शीना ने राहुल से संपर्क किया और कहा कि वह बेंगलुरु में है। राहुल ने कहा, 'शीना ने मुझे बताया कि वह बेंगलुरु में है और अपने पूर्व बॉयफ्रेंड कौस्तुभ सैकिया के साथ नहीं रहना चाह रही है, जोकि उससे अपना रिश्ता फिर से कायम करना चाहता था, जबकि शीना इसके लिए तैयार नहीं थी।'
उसने बताया, 'एक दिन कौस्तुभ ने शीना के पांव पर बीयर की एक बोतल दे मारी थी।' राहुल के मुताबिक, शीना ने उसे बताया था कि (इंद्राणी और शीना के) संयुक्त बैंक खाते से 15,000 रुपये निकाले गए थे (जिन्हें शीना ने नहीं निकाला था) और उसका मोबाइल भी संपर्क से कटा था।
उन्होंने कहा, 'साल 2012 में शीना अपनी आगे की पढ़ाई करना चाहती थी और उसे पैसों की जरूरत थी। लिहाजा, उसने इंद्राणी से फिर से बातचीत शुरू की।' शीना की हत्या के दिन यानी 24 अप्रैल 2012 को राहुल ने उसे बांद्रा में छोड़ा था, उसके बाद शीना ने इंद्राणी से मुलाकात की थी।
बहरहाल, जब राहुल ने उससे दोबारा संपर्क करने की कोशिश की तो इंद्राणी ने शीना के मोबाइल से मेसेज भेजकर कहा कि वह (शीना) किसी और से मिली थी और (राहुल से) फिर से संपर्क करने के लिए दो महीने का वक्त मांगा।
इस बीच, मुंबई मेट्रो, जहां शीना नौकरी करती थी, के एचआर प्रमुख शुभोदय मुखर्जी ने मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने बयान में कहा है कि अप्रैल 2012 में शीना के लापता होने के बाद उसकी मां इंद्राणी ने कथित तौर पर उसके नियोक्ता से कहा कि शीना नहीं चाहती कि कोई उससे संपर्क करे, क्योंकि वह तकलीफ में है और उन्हें उसकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
शुभोदय ने बताया कि शीना 24 अप्रैल 2012 को सवेरे ही दफ्तर से चली गई थी और उसके बाद उससे कभी संपर्क नहीं हो सका।
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