केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 1997 बैच के भारतीय रेल इंजीनियरिंग सर्विस के वरिष्ठ अधिकारी जितेंद्र पाल सिंह और उनके सहयोगी हरिओम गिरी को 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. जितेंद्र पाल सिंह गुवाहाटी में तैनात हैं. हवाला के जरिए हरिओम गिरी ने दिल्ली में लिए रिश्वत के पैसे थे.
इससे पहले 11 जनवरी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भारतीय खाद्य निगम (FCI) में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘ऑपरेशन कनक' शुरू किया और चंडीगढ़ में डीजीएम स्तर के एक अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद पंजाब, हरियाणा व दिल्ली में 50 जगहों पर छापेमारी की.
अधिकारियों ने कहा कि एफसीआई में अधिकारियों, चावल मिल मालिकों और बिचौलियों समेत अन्य के कथित गठजोड़ का पता लगाने के लिये 6 माह तक गोपनीय अभियान चलाने के बाद FIR में एफसीआई के कार्यकारी निदेशक सुदीप सिंह समेत 74 लोगों को आरोपी बनाया गया है. ये लोग कथित तौर पर भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त थे.
सीबीआई ने कहा कि एफसीआई के उप महाप्रबंधक (डीजीएम) राजीव कुमार मिश्रा को रविंदर सिंह खेड़ा नाम के व्यक्ति से 50,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एजेंसी ने कहा कि एफसीआई को ठेके पर दिए गए बेनामी गोदाम चलाने के लिए पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में है. खेड़ा को हिरासत में भेज दिया गया है.
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