केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज से तीन दिनों की जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) दौरे पर कड़ी सुरक्षा के बीच श्रीनगर (Srinagar) पहुंचेंगे. उनकी सुरक्षा में स्निपर्स डॉग, ड्रोन और शार्पशूटर्स तैनात किए गए हैं. राजभवन-गुपकर रोड पर, जहां शाह ठहरेंगे, वहां के 20 किमी के दायरे में सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए गए हैं. राज्य में शाह का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब कश्मीर में आतंकियों ने हाल के दिनों में आम नागरिकों को निशाना बनाया है. अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कश्मीर घाटी की यह पहली यात्रा है. गृह मंत्री शनिवार की सुबह 10 बजे श्रीनगर लैंड करेंगे.
कार्यक्रम के अनुसार, शाह अपनी यात्रा के पहले दिन श्रीनगर और शारजाह के बीच पहली इंटरनेशनल फ्लाइट की शुरुआत करेंगे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्री ने इस फ्लाइट की घोषणा पिछले माह की थी और यह श्रीनगर से शारजाह के बीच डायरेक्ट फ्लाइट होगी.जम्मू-कश्मीर में हालिया हिंसा में मारे गए लोगों परिजनों से भी शाह मिलेंगे. वे यूनिफाइड कमांड की बैठक की अध्यक्षता करेंगे जिसमें जम्मू-कश्मीर की हालात की समीक्षा की जाएगी. एक सूत्र के अनुसार, हाल के समय में घुसपैठ की घटनाओं में हुए इजाफे पर खासतौर पर फोकस होगा.
डायरेक्टर इंटेलीजेंस ब्यूरो अरविंद कुमार, डीजीबीएसएफ पंकज सिंह, डीजी सीआरपीएफ और डीजी एनएसजी के अलावा डीजी जम्मू-कश्मीर सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर गृह मंत्री को फीडबैक देंगे. रविवार को शाह जम्मू पहुंचकर जनसंवाद रैली को संबोधित करेंगे. वे वापस श्रीनगर के लिए उड़ान भरेंगे और अपनी तीनों रात यही व्यतीत करेंगे. सोमवार को वे पंचों और सरपंचों से मुलाकात करेंगे और उनकी चिंताओं को लेकर बात करेंगे.
इस बीच, शाह की यात्रा की पूर्व संध्या पर सीआरपीएफ के ड्रोन और मोटरबोट श्रीनगर की सुरक्षा का 'जायजा' लेते नजर आए. उनकी यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. शहर में जवाहर नगर स्थित बीजेपी कार्यालय के चारों ओर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने बताया कि शाह के वहां का दौरा करने की संभावना है. इसी तरह से शेर ए कश्मीर इंटरनेशनल कंवेशन सेंटर जाने वाली सड़कों को शनिवार से तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री के वहां एक कार्यक्रम में शरीक होने की संभावना है.अगस्त 2019 में पूर्वी राज्य जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी में हाल में आम लोगों की हत्याएं होने के मद्देनजर अतिरिक्त अर्द्धसैनिक बल की 50 कंपनियां तैनात की गई है. अधिकारियों ने बताया कि शहर के कई इलाकों में और घाटी के अन्य हिस्सों में अर्द्धसैनिक बलों से युक्त बंकर बनाए गए हैं. (भाषा से भी इनपुट )
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