
झारखंड लंबे अरसे से नक्सलवाद का दंश झेल रहा है. देश के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों में झारखंड का भी जिला शामिल है. नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के साथ मिलकर अभियान चलाया है. सुरक्षाबलों की कार्रवाई की वजह से नक्सलवाद अब दम तोड़ता नजर आ रहा है. लातेहार जिले में नक्सलियों के विरुद्ध लगातार दूसरी बार पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. लातेहार जिले के जंगलों में चली एक मुठभेड़ में पुलिस ने 5 लाख के इनामी नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया गया. वहीं 10 लाख रुपये का इनामी नक्सली कुंदन खेरवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मौके से दो एके-95 ऑटोमेटिक राइफल भी बरामद की हैं.
इंटेलीजेंस पर हुई कार्रवाई
झारखंड के लातेहार में पुलिस को इंटेलीजेंस मिली थी कि नक्सली कमांडर मनीष यादव अपने दस्ते के साथ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के दौना के जंगल में है. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत एक विशेष टीम गठित की और नक्सलियों की घेराबंदी शुरू की. जैसे ही पुलिस ने जंगल में सर्च ऑपरेशन तेज किया, नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की, जिसमें मनीष यादव मारा गया. इस दौरान कुंदन खेरवार को पुलिस ने जंगल से घेर कर गिरफ्तार कर लिया.
दो ऑटोमैटिक राइफल बरामद
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने इलाके में व्यापक सर्च अभियान शुरू किया है. मनीष यादव और कुंदन खेरवार लातेहार और आसपास के इलाकों में नक्सली गतिविधियों के प्रमुख चेहरों में से थे. बरामद की गई दो एक्स.95 ऑटोमेटिक राइफल इस बात का संकेत हैं कि नक्सली हथियारों से लैस थे. पुलिस ने 2 दिन पहले ही जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा और सबजोनल कमांडर प्रभात गंझू को मुठभेड़ में मार गिराया गया था.
दो दिन बाद ही कामयाबी
इसके ठीक दो दिन बाद पुलिस ने एक और कुख्यात नक्सली को मुठभेड़ में ढेर किया है. पप्पू लोहरा पर 10 लाख रुपए का इनाम था. जबकि प्रभात 5 लाख रुपए का इनामी था. डीआईजी वाई एस रमेश ने बताया कि मारे गए नक्सली पर कुल 40 मामले विभिन्न थाना क्षेत्र में दर्ज है. वहीं कुंदन खेरवार पर विभिन्न थाना क्षेत्र में कुल 27 मामले हैं. साल 2018-19 में गढ़वा के पोलपोल नक्सल हमला हुआ था, इस हमले में छह जवान शहीद हुए थे. इस घटना का भी मुख्य आरोपी मनीष यादव रहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं