फ्रांस से नॉन स्टाप उड़ान भरकर तीन रफाल लड़ाकू विमान (Second batch of Rafale jets) जामनगर एयरबेस पहुंच गए है. अब गुरुवार को यह तीनों विमान अंबाला एयरबेस पर जाएंगे. इससे पहले 29 जुलाई को पांच रफाल विमानों का बेड़ाा अंबाला पहुंचा था. इन विमानों को 10 सितंबर को वायुसेना में शामिल किया गया था. भारत ने फ्रांस से ऐसे 36 राफेल (Rafale) लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा करीब 59000 करोड़ में किया है. रफाल विमानों का पहला बेड़ा अंबाला में तैनात होगा तो दूसरा बेड़ा बंगाल के हाशिमारा में होगा. अगले दो साल के भीतर 36 रफाल वायुसेना में शामिल हो जाएंगे.इन विमानों के शामिल होने से वायुसेना की ताकत में काफी इजाफा होगा, खासकर जिस तरह लद्दाख में चीन के सथ तनातनी चल रही है उसमें भारत को हवाई ताकत में बढ़त मिलेगी. इस लड़ाकू विमान में मेटयोर, स्कल्प, माइका जैसे मिसाइल के लगने से यह विमान काफी खतरनाक हो जाता है जो हवा से हवा और हवा से जमीन पर दुश्मनों को मार गिरा सकता है. यही नहीं, यह विमान एक साथ कई मिशन का अंजाम दे सकता है जिस वजह यह दूसरों पर भारी पड़ता है.
Second batch of IAF #Rafale aircraft arrived in India at 8:14 pm on 04 Nov 20 after flying non-stop from France.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) November 4, 2020
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भारतीय वायुसना के प्रमुख आरके एस भदौरिया ने इन विमानों के सेना में शामिल होने के समय को उपयुक्त बताय़ा था. उन्होंने कहा था कि मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए राफेल को वायुसेना में शामिल करने का इससे उपयुक्त समय नहीं हो सकता था. उन्होंने कहा कि अंबाला में राफेल को बल में शामिल करना महत्वपूर्ण, क्योंकि वायु सेना के इस अड्डे से महत्व वाले सभी क्षेत्रों में आसानी से पहुंचा जा सकेगा.
एक कार्यक्रम करके राफेल विमान का औपचारिक अनावरण किया गया था, इस कार्यक्रम मेंकेंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस के उनके समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली भी मौजूद थे. राफेल विमानों को बल के 17वें स्क्वॉड्रन में शामिल करने से पहले उन्हें पानी की बौछारों से पारंपरिक सलामी दी गई थी.
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