जोश और जज्बा हो तो उपलब्धियां किसी सहारे की मोहताज नहीं होतीं. सौरव किट्टू टांक ने यह साबित कर दिखाया है. सौरव हिमाचल की वर्जिन चोटी को फतह करने वाले पहले ट्रांसजेंडर बन गए हैं.केंद्र सरकार की ओर से भी उन्हें प्रशंसा मिली है.
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लाहौल स्पीति की इस चोटी में तापमान करीब -15 डिग्री के आसपास रहता है, लेकिन शरीर को गला देने वाली ठंड से भी सौरव की गर्मजोशी में कोई कमी नहीं आई. एलजीबीटीक्यूए समुदाय के सदस्य सौरव ने 6 हजार मीटर ऊंची इस चोटी को छुआ है.मंगलमुखी ट्रांसजेंडर वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक काजल मंगलमुखी ने कहा कि माता-पिता द्वारा छोड़ दिए जाने के बाद संस्थान ने सौरव का पालन-पोषण किया. इतनी ऊंची चोटी पर सौरव द्वारा तिरंगा फहराने पर हमें गर्व है.
सौरव को केंद्र सरकार की ओर से भी हौसला अफजाई मिली। सौरव और उनके सहयोगियों ने केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री ने सौरव को उनकी उपलब्धि के लिए सराहा. काजल ने उम्मीद जताई है कि एक दिन सौरव हिमालय की सबसे ऊंची चोटियों तक भी पहुंचेगा.
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