
Satyapal Malik News: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक से जुड़ी दो खबरें गुरुवार को सामने आई. पहली जम्मू-कश्मीर के कीरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (Kiru Hydro Electric Project) से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने सत्यपाल मलिक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. दूसरी सत्यपाल मलिक ने खुद जारी की. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट साझा किया जिसमें उनकी हॉस्पिटल में भर्ती तस्वीर भी साथ है. सत्यपाल मलिक ने लिखा मेरी तबीयत खराब है. मैं हॉस्पिटल में एडमिट हूं.
2200 करोड़ रुपए के ठेके में करप्शन का मामला
दरअसल गुरुवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने किरू जलविद्युत परियोजना में 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्यों के ठेके में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और पांच अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
एजेंसी ने तीन साल की जांच के बाद मलिक और पांच अन्य लोगों को आरोपी बनाते हुए विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया.
मलिक ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया- वो हॉस्पिटल में एडमिट
दूसरी ओर सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि वह अस्पताल में भर्ती हैं और किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हैं. पूर्व राज्यपाल ने कहा कि उन्हें कई शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं, जिन्हें उठाने में वह असमर्थ हैं. बता दें कि CBI ने पिछले वर्ष फरवरी में मामले के सिलसिले में मलिक और अन्य लोगों के परिसरों पर छापेमारी की थी.

सीबीआई ने 2022 में दर्ज की थी प्राथमिकी
CBI ने 2022 में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद एक बयान में कहा था कि यह मामला 2019 में ‘किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर' (एचईपी) परियोजना के सिविल कार्यों के लगभग 2,200 करोड़ रुपये के ठेके को एक निजी कंपनी को देने में कथित गड़बड़ी से संबंधित है.
2018-19 में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे सत्यपाल मलिक
मलिक 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे थे. मलिक ने दावा किया था कि उन्हें परियोजना से संबंधित एक फाइल सहित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी.
पिछले साल सत्यपाल मलिक के आवास पर हुई थी छापेमारी
एजेंसी द्वारा पिछले वर्ष छापेमारी किए जाने के बाद मलिक ने उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया था.मलिक ने कहा था कि जिन लोगों के बारे में उन्होंने शिकायत की थी और जो भ्रष्टाचार में शामिल थे, उनकी जांच करने के बजाय सीबीआई ने उनके आवास पर छापा मारा.
मलिक बोले थे- मैं किसान का बेटा, डरूंगा नहीं
पूर्व राज्यपाल ने पोस्ट में कहा था, “उन्हें (सीबीआई अधिकारियों को) चार से पांच कुर्ते और पायजामा के अलावा कुछ नहीं मिलेगा. तानाशाह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर मुझे डराने की कोशिश कर रहा है. मैं एक किसान का बेटा हूं, मैं न तो डरूंगा और न ही झुकूंगा.”
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