विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने NDTV के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि विकसित देश अक्सर क्लाइमेट एक्शन की बात करते हैं, लेकिन करते कुछ नहीं. जी-20 की अध्यक्षता ने भारत की वैश्विक स्थिति को कैसा आकार दिया, ये समझने की कोशिश के लिए NDTV ने मेगा एक्सक्लूसिव सीरीज़ #DecodingG20WithNDTV आयोजित किया है. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर इस कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे थे.
जलवायु परिवर्तन संकट में विकसित देशों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर, एस जयशंकर ने कहा, "जो लोग उपदेश देते हैं वे आचरण नहीं करते". उन्होंने कहा कि भारत को अपने कार्यों से वैश्विक समुदाय को आगे का रास्ता दिखाना होगा.
हमें अपने काम से दुनिया को दिखाना है- विदेश मंत्री
विदेश मंत्री ने कहा, "मैं इस बात से सहमत हूं कि जो लोग उपदेश देते हैं, वे उस पर अमल नहीं करते हैं. हमें अपने कार्यों से दुनिया को दिखाना है. वैश्विक दक्षिण की आवाज के रूप में हमें बहस के मंचों पर बहस करनी चाहिए, लेकिन किए गए वादों के बारे में अगर लोग पीछे हटते हैं, तो हमें शर्मिंदा होना पड़ता है. ये हमारी जिम्मेदारी है.''
उन्होंने कहा, "हम 125 देशों में गए हैं और उनसे जी20 के मुद्दों के बारे में पूछा है. जलवायु का मुद्दा बदतर होता जा रहा है. यह कोई अलग विभाग नहीं है. जलवायु आपदाएं नियमित रूप से हो रही हैं और एक प्रमुख आर्थिक व्यवधान बन गई हैं. यदि जलवायु परिवर्तन से आपूर्ति श्रृंखला बाधित होती है, आपकी पूरी अर्थव्यवस्था ख़तरे में पड़ जाएगी."
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