बिहार (Bihar) विधानसभा में नेता विपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने राज्य में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर दु:ख जताया है और इन मौतों के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेवार ठहराया है. उन्होंने राज्य में शराबबंदी के दावे को खोखला बताया है और कहा है कि दीवाली के दिन राज्य में जहरीली शराब पीने से 35 से अधिक लोगों की मौत हुई है.
तेजस्वी यादव ने मृतकों के रोती-बिलखती महिला परिजनों का वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया है कि इन चीखों का नीतीश कुमार पर फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने लिखा है, "इन चीख़ों का गड़बड़ DNA वाली NDA सरकार और तीन नंबरिया पार्टी के मुखिया पर कुछ फ़र्क नहीं पड़ता. जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गए. हाँ! किसी की सनक से बिहार में कागजों पर शराबबंदी है अन्यथा खुली छूट है क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है."
इन चीख़ों का गड़बड़ DNA वाली NDA सरकार और तीन नंबरिया पार्टी के मुखिया पर कुछ फ़र्क नहीं पड़ता। जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2021
हाँ! किसी की सनक से बिहार में कागजों पर शराबबंदी है अन्यथा खुली छूट है क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है। pic.twitter.com/9Wz0WNuq81
राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के आंकड़ों को बताते हुए तेजस्वी ने दूसरे ट्वीट में लिखा है, "मुज़फ़्फ़रपुर में 5 दिन पूर्व ज़हरीली शराब से 10 मरे..कल और आज गोपालगंज में 20 लोग मरे..बेतिया में आज 13 लोग मरे.. अधिकांश शवों को पुलिस बिना पोस्ट्मॉर्टम जला रही है.. इन मौतों के ज़िम्मेवार क्या शराबबंदी का बेसुरा ढोल पीटने वाले मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री नीतीश कुमार नहीं हैं?"
मुज़फ़्फ़रपुर में 5 दिन पूर्व ज़हरीली शराब से 10 मरे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2021
कल और आज गोपालगंज में 20 लोग मरे।
बेतिया में आज 13 लोग मरे।
अधिकांश शवों को पुलिस बिना पोस्ट्मॉर्टम जला रही है।
इन मौतों के ज़िम्मेवार क्या शराबबंदी का बेसुरा ढोल पीटने वाले मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री नीतीश कुमार नहीं है?
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने आरोप लगाया कि राज्य में 20,000 करोड़ की अवैध शराब तस्करी का धंधा चल रहा है. उन्होंने लिखा, "उपचुनाव में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की शह पर उनके मंत्रियों और पुलिस प्रशासन ने स्वयं मतदाताओं के बीच शराब वितरण किया.. किस बात की शराबबंदी? इन मौतों का ज़िम्मेवार कौन है? बिहार में 20 हज़ार करोड़ की अवैध तस्करी और समांतर ब्लैक इकॉनमी के सरग़ना सामने आकर इसका जवाब दें.."
उपचुनाव में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की शह पर उनके मंत्रियों और पुलिस प्रशासन ने स्वयं मतदाताओं के बीच शराब वितरण किया।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2021
किस बात की शराबबंदी? इन मौतों का ज़िम्मेवार कौन है? बिहार में 20 हज़ार करोड़ की अवैध तस्करी और समांतर ब्लैक इकॉनमी के सरग़ना सामने आकर इसका जवाब दें।
बता दें कि शराबबंदी वाले राज्य बिहार में पिछले दस दिनों में जहरीली शराब से मौत के तीन मामले सामने आ चुके हैं. ताजा मामला गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों का है, जहां पिछले दो दिनों में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य बीमार हो गए हैं. पश्चिम चंपारण जिले के मुख्यालय बेतिया के तेलहुआ गांव में गुरुवार को कथित तौर पर शराब पीने से आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि गोपालगंज में संदिग्ध नकली शराब पीने की एक अन्य घटना में दीवाली के दिन 16 लोगों की मौत हो गई.
बिहार : संदिग्ध जहरीली शराब पीने से दो दिन में 24 की मौत, कई हुए बीमार
इसी जिले में अधिकारियों ने छह और मौतों की पुष्टि की है. हालांकि, दोनों जिलों के प्रशासन ने अब तक मौतों के कारणों की पुष्टि नहीं की है. बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने भी शराब से हुई मौत का खंडन किया है और कहा है कि यह NDA सरकार को बदनाम करने की साजिश है.
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