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This Article is From Apr 09, 2024

"रानी देकर राजा को मरवाना चाहते थे..." : जयंत चौधरी ने शतरंज का जिक्र कर कसा अखिलेश पर तंज

आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि हमें इंडिया गठबंधन छोड़ने को लेकर कोई पछतावा नहीं है. उनकी अपनी पार्टी के प्रति जिम्मेदारी है और मेरी अपने लोगों के प्रति जिम्मेदारी है.

"रानी देकर राजा को मरवाना चाहते थे..." : जयंत चौधरी ने शतरंज का जिक्र कर कसा अखिलेश पर तंज
कैराना (यूपी):

राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने शतरंज का उदाहरण देते हुए अपने पूर्व सहयोगी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव हमला किया. उन्होंने कहा, "वे हमें रानी की पेशकश कर रहे थे, और राजा को मारना चाहते थे." जयंत चौधरी भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी के लिए चुनाव प्रचार करने उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा क्षेत्र में थे. वो पिछले महीने विपक्ष के इंडिया गठबंधन से एनडीए में चले गए थे.

सभा को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा, "आप मुझे अच्छी तरह से जानते हैं. मेरे होठों पर शब्द आने से पहले ही आप मेरे इशारों को समझ जाते हैं. सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन में एक रणनीति होनी चाहिए. यही एक नेता का काम है."

आरएलडी अध्यक्ष ने लोगों से कहा, "आप शतरंज खेलते होंगे. एक चाल है, जिसमें प्रतिद्वंद्वी दिखाता है कि वो कमजोर है और फिर आपको मात देता है. जिस पार्टी के साथ हम थे, वो कुछ ऐसा ही करना चाहते थे. वे हमें रानी की पेशकश कर रहे थे और राजा को मारना चाहते थे. हमें गठबंधन छोड़ने को लेकर कोई पछतावा नहीं है. उनकी अपनी पार्टी के प्रति जिम्मेदारी है. मेरी अपने लोगों के प्रति जिम्मेदारी है."

चौधरी ने अखिलेश यादव के "दो सीटें सात से अधिक" वाले हालिया तंज का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा था कि हमें छह या सात का गणित मत समझाएं. उन्होंने हिंदी मुहावरे "एक और एक ग्यारह" का जिक्र किया, जिसका अर्थ है कि ताकत एकता में होती है. दरअसल आरएलडी को भाजपा के साथ सीट बंटवारे में सिर्फ दो लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र मिला है, जबकि इंडिया गठबंधन में उसे सात सीटों की पेशकश की गई थी.

किसानों और गरीबों के लिए काम कर रही है बीजेपी सरकार - आरएलडी
आरएलडी अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकारें किसानों और गरीबों के लिए अथक प्रयास कर रही है और समाज के हर वर्ग को फायदा हो रहा है. उन्होंने कहा, "रालोद का हर नेता भाजपा उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा."

चौधरी की आरएलडी का जाट समुदाय में काफी प्रभाव है, जो पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकता है. इस प्रमुख मतदाता आधार पर नजर रखते हुए, भाजपा ने आम चुनाव की तैयारी में समुदाय तक पहुंचने के लिए कई कदम उठाए. एक बड़े जाट नेता और जयंत चौधरी के दादा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न की घोषणा की, जिसके तुरंत बाद, जयंत चौधरी ने कहा, "दिल जीत लिया"

तब से, सपा और आरएलडी के प्रमुख एक-दूसरे पर तंज कसते रहे हैं. इससे पहले, अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी के पुराने बयान का जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, "क्या मैं कोई चवन्नी हूं जो पलट जाउंगा?" अखिलेश यादव ने परोक्ष हमला करते हुए कहा, ''संभव है कि प्रधानमंत्री पूछ लें कि ये चवन्नी किसकी है?'' इसका जवाब देते हुए,  जयंत चौधरी ने कहा था कि वो पलटे नहीं हैं, बल्कि अपने प्रतिद्वंद्वी को हरा दिया है. उन्होंने कहा था, "वो (अखिलेश) कुश्ती के बारे में थोड़ा-बहुत जानते हैं. मैं भी थोड़ा-बहुत जानता हूं."

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