नई दिल्ली:
कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ योग गुरु बाबा रामदेव के गुरुवार से शुरू होने वाले आंदोलन के लिए रामलीला मैदान में बुधवार को तैयारी पूरी कर ली गई। उनके सहयोगियों को देशभर से हजारों लोगों के दिल्ली में जुटने की उम्मीद है।
बाबा रामदेव ने ऐसा ही आंदोलन यहां सालभर पहले किया था जिसकी समाप्ति पुलिस के निर्देश पर हिंसा के साथ हुई थी और हिंसा की शिकार एक महिला की बाद में मौत हो गई थी।
इससे पहले, दिन में रामदेव ने गुजरात में मीडिया से कहा कि वह गुरुवार सुबह की उड़ान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे। मुख्य आयोजक जयदीप आर्य ने कहा, "मैदान तैयार है। दोपहर बाद हुई बारिश से जमा पानी को हमने निकाल दिया है।" उन्होंने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि देशभर से हजारों लोग आएंगे।"
गुरुवार को 'भारत छोड़ो आंदोलन' की 70वीं वर्षगांठ है। इस आयोजन के लिए रामदेव के समर्थक दिल्ली में जुटने लगे हैं। रामदेव के यह आंदोलन ऐसे वक्त में हो रहा है जब समाजसेवी अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले एक साल से चल रहे अपने आंदोलन को खत्म करने की घोषणा की।
अन्ना हजारे ने हालांकि कहा है कि वह रामदेव के आंदोलन का समर्थन करेंगे लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह रामलीला मैदान पहुंचेंगे या नहीं। रामदेव के सहयोगी एसके तिजारावाला ने कहा, "हमारा आंदोलन नौ अगस्त से शुरू होगा लेकिन लोग अभी से ही जुटने शुरू हो गए हैं।"
रामलीला मैदान में टेंट, शामियाना और शौचालय आदि लगाने का कार्य प्रगति पर है। प्रवेश और निकास द्वारों पर मेटल डिटेक्टर लगाए जा रहे हैं। आयोजन स्थल पर रामदेव के रंगीन पोस्टर लगाए जा रहे हैं। तिजारावाला के मुताबिक करीब पांच हजार कार्यकर्ता किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए आयोजन स्थल चौकसी करेंगे।
उन्होंने कहा कि करीब 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जिससे मैदान की निगरानी की जा सकेगी। सभी प्रवेश और निकास द्वारों मेटल डिटेक्टर और सामान को स्कैन करने वाले उपकरण लगाए जाएंगे। दिल्ली पुलिस ने आयोजकों को एक दिन में मैदान में 30 हजार लोगों के प्रवेश की अनुमति दी है।
रामदेव ने इसी तरह का आंदोलन जून 2011 में किया था। यहां मध्य रात्रि में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई थी जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी और योग गुरु को दिल्ली छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था। रामदेव को इस मैदान पर 30 अगस्त तक कार्यक्रम करने की इजाजत दी गई है।
बाबा रामदेव ने ऐसा ही आंदोलन यहां सालभर पहले किया था जिसकी समाप्ति पुलिस के निर्देश पर हिंसा के साथ हुई थी और हिंसा की शिकार एक महिला की बाद में मौत हो गई थी।
इससे पहले, दिन में रामदेव ने गुजरात में मीडिया से कहा कि वह गुरुवार सुबह की उड़ान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे। मुख्य आयोजक जयदीप आर्य ने कहा, "मैदान तैयार है। दोपहर बाद हुई बारिश से जमा पानी को हमने निकाल दिया है।" उन्होंने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि देशभर से हजारों लोग आएंगे।"
गुरुवार को 'भारत छोड़ो आंदोलन' की 70वीं वर्षगांठ है। इस आयोजन के लिए रामदेव के समर्थक दिल्ली में जुटने लगे हैं। रामदेव के यह आंदोलन ऐसे वक्त में हो रहा है जब समाजसेवी अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले एक साल से चल रहे अपने आंदोलन को खत्म करने की घोषणा की।
अन्ना हजारे ने हालांकि कहा है कि वह रामदेव के आंदोलन का समर्थन करेंगे लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह रामलीला मैदान पहुंचेंगे या नहीं। रामदेव के सहयोगी एसके तिजारावाला ने कहा, "हमारा आंदोलन नौ अगस्त से शुरू होगा लेकिन लोग अभी से ही जुटने शुरू हो गए हैं।"
रामलीला मैदान में टेंट, शामियाना और शौचालय आदि लगाने का कार्य प्रगति पर है। प्रवेश और निकास द्वारों पर मेटल डिटेक्टर लगाए जा रहे हैं। आयोजन स्थल पर रामदेव के रंगीन पोस्टर लगाए जा रहे हैं। तिजारावाला के मुताबिक करीब पांच हजार कार्यकर्ता किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए आयोजन स्थल चौकसी करेंगे।
उन्होंने कहा कि करीब 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जिससे मैदान की निगरानी की जा सकेगी। सभी प्रवेश और निकास द्वारों मेटल डिटेक्टर और सामान को स्कैन करने वाले उपकरण लगाए जाएंगे। दिल्ली पुलिस ने आयोजकों को एक दिन में मैदान में 30 हजार लोगों के प्रवेश की अनुमति दी है।
रामदेव ने इसी तरह का आंदोलन जून 2011 में किया था। यहां मध्य रात्रि में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई थी जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी और योग गुरु को दिल्ली छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था। रामदेव को इस मैदान पर 30 अगस्त तक कार्यक्रम करने की इजाजत दी गई है।
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