राज्यसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही 'रिसॉर्ट राजनीति' वापस आ गई है. राजस्थान और हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के सामने अपने 'संख्या बल' को बनाए रखने की चुनौती है. खरीद-फरोख्त के डर के बीच पार्टी ने अपने विधायकों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है. राजस्थान की चार सीटों पर राज्यसभा चुनाव के पहले 40 कांग्रेस विधायक और कुछ निर्दलीय आज उदयपुर के होटल रवाना हुए. उधर, हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए होने वाले चुनाव में खरीद-फरोख्त की आशंका के मद्देनजर कांग्रेस ने राज्य के अपने करीब 28 विधायकों को रायपुर भेज दिया है. हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाया जा रहा है जबकि राजस्थान में पार्टी अपने विधायकों और सहयोगी निर्दलीय विधायकों को उसी उदयपुर रिसॉर्ट ले जा रही है जिसमें पिछले माह पार्टी के चिंतन शिविर की मेजबानी की थी.
पार्टी ने बीजेपी की 'हार्स ट्रेडिंग' के डर के चलते अपने विधायकों को उदयपुर शिफ्ट किया है. राजस्थान में अपने एक आधिकारिक उम्मीदवार को उतारने के साथ ही बीजेपी ने मीडिया दिग्गज सुभाष चंद्रा को समर्थन देने का फैसला किया है जिन्होंने निर्दलीय के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. कांग्रेस ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. राजस्थान की चार सीटों के लिए वोटिंग 10 जून को होनी है.राजस्थान के कांग्रेस विधायक सिविल लाइंस स्थित सीएम आवास से लग्जरी बस में सवार होकर शाम को उदयपुर रवाना हुए. बस के साथ पुलिस टीम को भी भेजा गया है.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, हरियाणा के ये सभी विधायक दिल्ली में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर एकत्र हुए और फिर वे विमान से रायपुर रवाना हुए.हरियाणा में कांग्रेस के कुल 31 विधायक हैं जिनमें किरण चौधरी और कुलदीप बिश्नोई जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं. बिश्नोई और किरण चौधरी के इन दिनों नाराज होने की खबरें हैं.सूत्रों का कहना है कि पार्टी के एक अन्य विधायक चिरंजीव राव अपने जन्मदिन की वजह से रायपुर नहीं जा सके हैं, हालांकि वह पूरी तरह कांग्रेस के साथ हैं.हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव में बीजेपी ने कृष्ण लाल पंवार और कांग्रेस ने अजय माकन को उम्मीदवार बनाया है. विधानसभा में पार्टियों के विधायकों की संख्या के आधार पर पंवार का निर्वाचन तय है, लेकिन माकन को चुनावी मुकाबले का सामना करना होगा क्योंकि दूसरी सीट के लिए एक मीडिया समूह के मालिक कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है. कार्तिकेय राज्य के पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के पुत्र हैं.
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा के 40 जबकि कांग्रेस के 31 विधायक हैं. भाजपा की सहयोगी जजपा के 10 विधायक हैं, जबकि इंडियन नेशनल लोक दल और हरियाणा लोकहित पार्टी के एक-एक और सात निर्दलीय विधायक हैं.गत मंगलवार को नामांकन भरने की आखिरी तारीख थी जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख तीन जून है. राज्यसभा की दोनों सीटों के लिये मतदान 10 जून को होगा. (भाषा से भी इनपुट)
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