अहमदाबाद:
सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में जांच अधिकारी रहे रजनीश राय ने हलफनामा दायर करते हुए गुजरात के दो बड़े पुलिस अधिकारियों पर राज्य के पूर्व राज्य गृहमंत्री अमित शाह के साथ मिलकर सबूत मिटाने का आरोप लगाया है। हलफनामे के मुताबिक इस मामले में राजकुमार पंडियन और गांधी नगर के एसपी रहे जीएल सिंहल ने सबूत नष्ट करने की कोशिश की थी। तब के सीआईडी मुखिया ओपी माथुर और डीजीपी पीसी पांडे, तुलसी प्रजापति के मामले को सोहराबुद्दीन मामले से अलग रखना चाहते थे। उस वक्त राय ने यह आशंका व्यक्त की थी कि सोहराबुद्दीन के साथ तीसरा शख्स तुलसी प्रजापति हो सकता है, तब ओपी माथुर ने राय को इस मामले को फाइल में लिखने से मना कर दिया था। अगर ये बात सामने आ जाती कि पुलिसवालों ने एक और कत्ल किया है तो गुनाह की गंभीरता और बढ़ जाती।
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