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This Article is From Dec 03, 2023

राजस्थान : अशोक गहलोत पर उनके OSD ने किया जोरदार हमला, कांग्रेस की हार के लिए ठहराया जिम्मेदार

अशोक गहलोत पर उनके OSD ने जोरदार हमला करते हुए कहा कि तीसरी बार लगातार सीएम रहते हुए गहलोत ने पार्टी को फिर हाशिये पर लाकर खड़ा कर दिया.

राजस्थान : अशोक गहलोत पर उनके OSD ने किया जोरदार हमला, कांग्रेस की हार के लिए ठहराया जिम्मेदार
राजस्थान के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत.
नई दिल्ली:

राजस्थान में कांग्रेस को बीजेपी से करारी पराजय का सामना करना पड़ा है. राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि, ''लोकतंत्र में जनता ही माई-बाप है और जनादेश शिरोधार्य है, विनम्रता से स्वीकार है.'' इसके साथ-साथ उन्होंने कांग्रेस की हार के लिए अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने गहलोत पर जोरदार हमला किया है.

लोकेश शर्मा ने लिखा है कि- ''मैं नतीजों से आहत जरूर हूं, लेकिन अचंभित नहीं हूं. कांग्रेस पार्टी राजस्थान में निःसंदेह रिवाज़ बदल सकती थी लेकिन अशोक गहलोत जी कभी कोई बदलाव नहीं चाहते थे. यह कांग्रेस की नहीं बल्कि अशोक गहलोत जी की शिकस्त है. गहलोत के चेहरे पर उनको फ्री हैंड देकर, उनके नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा और उनके मुताबिक प्रत्येक सीट पर वे स्वयं चुनाव लड़ रहे थे. न उनका अनुभव चला, न जादू और हर बार की तरह कांग्रेस को उनकी योजनाओं के सहारे जीत नहीं मिली और न ही अथाह पिंक प्रचार काम आया.''

शर्मा ने कहा है कि, ''तीसरी बार लगातार सीएम रहते हुए गहलोत ने पार्टी को फिर हाशिये पर लाकर खड़ा कर दिया. आज तक पार्टी से सिर्फ लिया ही लिया है लेकिन कभी अपने रहते पार्टी की सत्ता में वापसी नहीं करवा पाए गहलोत.. आलाकमान के साथ फ़रेब, ऊपर सही फीडबैक न पहुंचने देना, किसी को विकल्प तक न बनने देना, अपरिपक्व और अपने फायदे के लिए जुड़े लोगों से घिरे रहकर आत्ममुग्धता में लगातार गलत निर्णय और आपाधापी में फैसले लिए जाते रहना, तमाम फीडबैक और सर्वे को दरकिनार कर अपनी मनमर्जी और अपने पसंदीदा प्रत्याशियों को उनकी स्पष्ट हार को देखते हुए भी टिकट दिलवाने की जिद...''

शर्मा ने कहा है कि, ''आज के ये नतीजे तय थे. मैं स्वयं मुख्यमंत्री को यह पहले बता चुका था, कई बार आगाह कर चुका था लेकिन उन्हें कोई ऐसी सलाह या व्यक्ति अपने साथ नहीं चाहिए था जो सच बताए.''

उन्होंने कहा है कि, ''मैं छह महीने लगातार घूम-घूम कर राजस्थान के कस्बों-गांव-ढाणी में गया, लोगों से मिला, हजारों युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किए, लगभग 127 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए ग्राउंड रिपोर्ट सीएम को लाकर दी. जमीनी हक़ीकत को बिना लाग-लपेट सामने रखा ताकि समय पर सुधारात्मक कदम उठाते हुए फैसले किए जा सकें जिससे पार्टी की वापसी सुनिश्चित हो... मैंने खुद ने भी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, पहले बीकानेर से फिर सीएम के कहने पर भीलवाड़ा से, जिस सीट को हम 20 साल से हार रहे थे, लेकिन ये नया प्रयोग नहीं कर पाए. बीडी कल्ला जी के लिए मैंने 6 महीने पहले बता दिया था कि वे 20 हजार से ज्यादा मत से चुनाव हारेंगे और वही हुआ. अशोक गहलोत जी के पार्ट पर इस तरह फैसले लिए गए कि विकल्प तैयार ही नहीं हो पाए...'' 

उन्होंने कहा कि, ''25 सितंबर की घटना भी पूरी तरह से प्रायोजित थी जब आलाकमान के खिलाफ़ विद्रोह कर अवमानना की गई और उसी दिन से शुरू हो गया था खेल....''

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