प्रतीकात्मक फोटो
रायपुर:
बेहतर कीमत नहीं मिलने से नाराज किसानों ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लोगों को मुफ्त सब्जी बांट दी. राज्य सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए जरूरी उपाय करने का आश्वासन दिया है.
रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित धरनास्थल में छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संघ ने बेहतर कीमत नहीं मिलने के कारण 100 टन सब्जी लोगों को मुफ्त बांट दिया. मुफ्त सब्जी मिलने की खबर के बाद धरनास्थल में लोगों की भीड़ लग गई थी किसान संघ के मुताबिक लगभग 20 हजार लोगों ने मुफ्त सब्जी ली.
छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संघ के अध्यक्ष हितेश वरू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में सब्जियों की भारी पैदावार के कारण कीमत में कमी आई है. राज्य में टमाटर, शिमला मिर्च, केला, मिर्च और बंदगोभी समेत अनेक सब्जियों के दाम गिर गए हैं. ऐसे में सब्जी उत्पादक किसानों को फसल की उचित कीमत नहीं मिल पा रही है. वरू से जब पूछा गया कि क्या नोटबंदी के कारण ऐसा हुआ है तब उन्होंने कहा कि इस मौसम में प्रति वर्ष सब्जियों की भारी पैदावार होती है, लेकिन इस वर्ष किसानों को ज्यादा परेशानी हो रही है. इस बार के मौसम में किसान लागत के भी पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति को देखते हुए उनके संघ ने राज्य सरकार से इस वर्ष जुलाई महीने तक बिजली माफ करने, किसानों ने जिस किसी भी बैंक से कर्ज लिया है उसका ब्याज माफ करने और राज्य में कोल्ड स्टोरेज की संख्या बढ़ाने तथा फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाए जाने की मांग की है.
किसान नेता ने कहा कि किसानों ने मांग की है कि सरकार ऐसे क्षेत्र में शक्कर के कारखाने लगाए जिससे किसान गन्ना उत्पादन की ओर बढ़ सकें.
इधर, राज्य के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सब्जी उत्पादक किसानों की यह स्थिति इस बार इसलिए बनी क्योंकि बाहर के व्यापारी सब्जी लेने छत्तीसगढ़ नहीं पहुंचे, हालांकि नोटबंदी का भी आंशिक असर रहा.
अग्रवाल ने कहा कि किसानों की परेशानी दूर करने के लिए राज्य सरकार अलग अलग स्थानों में कोल्ड स्टोरेज की स्थापना करने और राजधानी रायपुर में विशेष प्रकार के कोल्ड स्टोरेज की स्थापना करने का फैसला किया है. इसके अलावा किसानों को सौर उर्जा आधारित कोल्ड स्टोरेज की स्थापना करने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित धरनास्थल में छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संघ ने बेहतर कीमत नहीं मिलने के कारण 100 टन सब्जी लोगों को मुफ्त बांट दिया. मुफ्त सब्जी मिलने की खबर के बाद धरनास्थल में लोगों की भीड़ लग गई थी किसान संघ के मुताबिक लगभग 20 हजार लोगों ने मुफ्त सब्जी ली.
छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संघ के अध्यक्ष हितेश वरू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में सब्जियों की भारी पैदावार के कारण कीमत में कमी आई है. राज्य में टमाटर, शिमला मिर्च, केला, मिर्च और बंदगोभी समेत अनेक सब्जियों के दाम गिर गए हैं. ऐसे में सब्जी उत्पादक किसानों को फसल की उचित कीमत नहीं मिल पा रही है. वरू से जब पूछा गया कि क्या नोटबंदी के कारण ऐसा हुआ है तब उन्होंने कहा कि इस मौसम में प्रति वर्ष सब्जियों की भारी पैदावार होती है, लेकिन इस वर्ष किसानों को ज्यादा परेशानी हो रही है. इस बार के मौसम में किसान लागत के भी पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति को देखते हुए उनके संघ ने राज्य सरकार से इस वर्ष जुलाई महीने तक बिजली माफ करने, किसानों ने जिस किसी भी बैंक से कर्ज लिया है उसका ब्याज माफ करने और राज्य में कोल्ड स्टोरेज की संख्या बढ़ाने तथा फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाए जाने की मांग की है.
किसान नेता ने कहा कि किसानों ने मांग की है कि सरकार ऐसे क्षेत्र में शक्कर के कारखाने लगाए जिससे किसान गन्ना उत्पादन की ओर बढ़ सकें.
इधर, राज्य के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सब्जी उत्पादक किसानों की यह स्थिति इस बार इसलिए बनी क्योंकि बाहर के व्यापारी सब्जी लेने छत्तीसगढ़ नहीं पहुंचे, हालांकि नोटबंदी का भी आंशिक असर रहा.
अग्रवाल ने कहा कि किसानों की परेशानी दूर करने के लिए राज्य सरकार अलग अलग स्थानों में कोल्ड स्टोरेज की स्थापना करने और राजधानी रायपुर में विशेष प्रकार के कोल्ड स्टोरेज की स्थापना करने का फैसला किया है. इसके अलावा किसानों को सौर उर्जा आधारित कोल्ड स्टोरेज की स्थापना करने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)