राहुल गांधी के भाषण पर प्रतिक्रिया देतीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली:
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए भाजपा ने रविवार को कहा कि राम के वजूद पर सवाल उठाने वाली पार्टी द्वारा खुद की तुलना ‘पांडवों’ से करना ‘हास्यास्पद’ है. रक्षा मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता निर्मला सीतारमण ने कहा कि हिन्दू और हिन्दू मान्यताओं का मजाक उड़ाने वाली पार्टी खुद की तुलना पांडवों से कर रही है. यह हास्यापद है. निर्मला सीतारमण ने भगवान राम प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने आप को पांडवों से जोड़ना चाहती है, यह वही पार्टी है जिसने भगवान राम के बुनियादी वजूद पर ही सवाल खड़ा कर दिया था. निर्मला सीतारमण राहुल गांधी द्वारा भाजपा अध्यक्ष पर अदालती मामले में आरोपी कहने पर भी कांग्रेस पर बरसीं. उन्होंने कहा कि उन्हें (अमित शाह) एक अदालत ने आरोप मुक्त किया है. आरोप साबित नहीं हुए. यह कांग्रेस के षडयंत्रों की वजह से हुआ था.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस महाधिवेशन के समापन भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना महाभारत के कौरवों से और कांग्रेस की तुलना पांडवों से की. भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस के महामंथन में जो बाते सामने आई हैं उसका यर्थार्थ से कोई नाम नहीं है. ऐसा दर्शाया गया है जैसे कांग्रेस लगातार चुनाव जीत रही है, जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस एक के बाद एक चुनाव हार रही है. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा एक के बाद एक चुनाव जीत रही है.
उन्होंने कहा कि जहां तक उत्तर प्रदेश में दो सीटों पर उपचुनाव में पराजय की बात है, इस बारे में हमारे मुख्यमंत्री ने आत्मचिंतन की बात कही है. लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इन दोनों सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है. सीतारमण ने कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाली पार्टी कांग्रेस है, सिख विरोधी दंगों के लिये जिम्मेदार पार्टी कांग्रेस है, देश में 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक के घोटालों के कारण ही कांग्रेस को जनता से सत्ता से हटाया. कश्मीर में आज जो समस्या है, उसकी पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी की है.
VIDEO: राहुल गांधी पर निर्मला सीतारमण का हमला, ‘ये एक हारे हुए व्यक्ति की आवाज है’
रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हमारी सरकार पर न्यायपालिका और प्रेस की स्वतंत्रता को चोट पहुंचाने की बात करती है, जबकि हकीकत यह है कि इंदिरा गांधी ने एक फैसले के कारण न्यायपालिका का मजाक बनाया और उस पर आघात करने का काम किया. 1988 में राजीव गांधी ने प्रेस मानहानि विधेयक लाने का प्रयास किया और इस तरह से प्रेस की स्वतंत्रता को चोट पहुंचाने का प्रयास किया. आपातकाल के दौरान अखबार का पहला पन्ना खाली छोड़ दिया जाता था.
सीतारमण ने कहा कि इंदिरा गांधी के पोते और राजीव गांधी के पुत्र न्यायपालिका की स्वतंत्रता और प्रेस की सुरक्षा की बात करते हैं, जो अत्यंत हास्यास्पद है. उन्होंने कहा कि किसान की चर्चा होती है और उनकी स्थिति को लेकर सवाल उठाये जाते हैं. इस बारे में कांग्रेस को आत्मचिंतन करना चाहिए. आज किसानों की स्थिति के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस महाधिवेशन के समापन भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना महाभारत के कौरवों से और कांग्रेस की तुलना पांडवों से की. भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस के महामंथन में जो बाते सामने आई हैं उसका यर्थार्थ से कोई नाम नहीं है. ऐसा दर्शाया गया है जैसे कांग्रेस लगातार चुनाव जीत रही है, जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस एक के बाद एक चुनाव हार रही है. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा एक के बाद एक चुनाव जीत रही है.
उन्होंने कहा कि जहां तक उत्तर प्रदेश में दो सीटों पर उपचुनाव में पराजय की बात है, इस बारे में हमारे मुख्यमंत्री ने आत्मचिंतन की बात कही है. लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इन दोनों सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है. सीतारमण ने कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाली पार्टी कांग्रेस है, सिख विरोधी दंगों के लिये जिम्मेदार पार्टी कांग्रेस है, देश में 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक के घोटालों के कारण ही कांग्रेस को जनता से सत्ता से हटाया. कश्मीर में आज जो समस्या है, उसकी पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी की है.
VIDEO: राहुल गांधी पर निर्मला सीतारमण का हमला, ‘ये एक हारे हुए व्यक्ति की आवाज है’
रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हमारी सरकार पर न्यायपालिका और प्रेस की स्वतंत्रता को चोट पहुंचाने की बात करती है, जबकि हकीकत यह है कि इंदिरा गांधी ने एक फैसले के कारण न्यायपालिका का मजाक बनाया और उस पर आघात करने का काम किया. 1988 में राजीव गांधी ने प्रेस मानहानि विधेयक लाने का प्रयास किया और इस तरह से प्रेस की स्वतंत्रता को चोट पहुंचाने का प्रयास किया. आपातकाल के दौरान अखबार का पहला पन्ना खाली छोड़ दिया जाता था.
सीतारमण ने कहा कि इंदिरा गांधी के पोते और राजीव गांधी के पुत्र न्यायपालिका की स्वतंत्रता और प्रेस की सुरक्षा की बात करते हैं, जो अत्यंत हास्यास्पद है. उन्होंने कहा कि किसान की चर्चा होती है और उनकी स्थिति को लेकर सवाल उठाये जाते हैं. इस बारे में कांग्रेस को आत्मचिंतन करना चाहिए. आज किसानों की स्थिति के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं