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क्या अमेरिका में सेल्फ गोल कर गए राहुल गांधी? आरक्षण, सिख,POK पर उलझे; जानिए क्यों देनी पड़ी सफाई

राहुल गांधी ने अपने बयान को लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि मेरे बयान को गलत तरीके से दिखाया गया है.

क्या अमेरिका में सेल्फ गोल कर गए राहुल गांधी? आरक्षण, सिख,POK पर उलझे; जानिए क्यों देनी पड़ी सफाई
नई दिल्ली:

पिछले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में कांग्रेस ने 52 सीटों से 99 सीटों की जबर्दस्त छलांग लगाई तो इसका श्रेय राहुल गांधी के सामाजिक न्याय वाले फलसफे को दिया गया. ये माना गया कि राहुल गांधी के संविधान और आरक्षण बचाओ के नारे ने कांग्रेस को जीवनदान दे दिया. लेकिन अमेरिका में आरक्षण पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के एक बयान पर भारत में घमासान छिड़ गया. विरोधी दल कह रहे हैं कि राहुल आरक्षण विरोधी हैं और राहुल सफाई दे रहे हैं कि वो तो पहले जैसे ही हैं.सवाल है कि क्या राहुल ने हिट विकेट कर लिया है.

आरक्षण की तरह ही सिखों का सवाल उठाकर भी राहुल गांधी ने कांग्रेस के लिए मुसीबत पैदा कर दी. मोदी सरकार के दौरान सिखों के लिए आने वाले दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं, जब राहुल गांधी ये बता रहे थे तो बीजेपी ने कांग्रेस का चालीस साल पुराना इतिहास दिखा दिया जब सिख विरोधी दंगे हुए थे. लेकिन उससे आगे अब तो घमासान राहुल गांधी के पाकिस्तान परस्त अमेरिकी सांसद इल्हान उमर के साथ तस्वीर पर मचा है.

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी ने दुष्यंत कुमार की बातों को उल्टा समझ लिया है. उन्होंने कहा था कि सिर्फ हंगामा करना मेरा मकसद नहीं है... लेकिन राहुल गांधी   जैसे ही विदेश पहुंचते हैं उनका मकसद होता है सिर्फ हंगामा करना. राहुल गांधी के दिल में आरक्षण को लेकर पूर्वाग्रह है. 

मायावती ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने भी राहुल गांधी के बयान के बाद उनके ऊपर हमला बोला है.  उन्होंने कांग्रेस की नीतियों को लेकर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अब यह सफाई कि वे आरक्षण के विरुद्ध नहीं हैं स्पष्टतः गुमराह करने वाली गलतबयानी. केन्द्र में बीजेपी से पहले इनकी 10 साल रही सरकार में उनकी सक्रियता में इन्होंने सपा के साथ मिलकर SC/ST का पदोन्नति में आरक्षण बिल पास नहीं होने दिया इसका यह प्रमाण. इनके द्वारा देश में आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाने की बात भी छलावा, क्योंकि इस मामले में अगर इनकी नीयत साफ होती तो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में यह कार्य जरूर कर लिया गया होता. कांग्रेस ने न तो ओबीसी आरक्षण लागू किया और न ही SC/ST आरक्षण को सही से लागू किया.

पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने आरक्षण को मुद्दा बनाया था और उन्होंने संविधान की दुहाई देते हुए कहा था कि वो आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा को समाप्त कर देंगे. राहुल गांधी ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि बीजेपी की सरकार आदिवासी, दलित और ओबीसी से आरक्षण छीन लेगी. लेकिन हम आरक्षण को छीनने नहीं देंगे. 

आरक्षण को लेकर कांग्रेस का क्या रहा है रुख? 

    • कांग्रेस ने 1955 में काका कालेलकर कमेटी की रिपोर्ट लागू नहीं किया था.उस समय जवाहरलाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे. 
    • 1980 में मंडल आयोग की रिपोर्ट तात्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की टेबल पर आ चुकी थी. लेकिन उनकी सरकार ने मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं किया. 
    • 1990 में जब विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार ने मंडल आयोग को लागू किया तो राजीव गांधी ने इसका विरोध किया था. 

    राहुल गांधी ने दी सफाई
    राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से दिखाया गया है. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण की सीमा 50 फीसदी से ज्यादा करेगी. उन्होंने कहा कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं. कांग्रेस तो सभी की भागीदारी के लिए राजनीति कर रही है. 

    कांग्रेस का डैमेज कंट्रोल
    कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरे देश में राजनीति की दिशा को बदल दिया है. राजनीति सामाजिक न्याय की दिशा में चल पड़ी है. अब देश में हिंदुत्व बनाम सामाजिक न्याय की राजनीति चल रही है. राहुल गांधी ने आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि पूंजिपतियों की कतार में एक भी आदिवासी और दलित नहीं है. 

    पाकिस्तान समर्थक के साथ तस्वीर पर फंसे राहुल गांधी
    राहुल गांधी की अमेरिका से एक तस्वीर सामने आयी है जिसमें वो पाकिस्तान समर्थक अमेरिकी सांसद इल्हान उमर के साथ हैं. राहुल गांधी के साथ इल्हान उमर की तस्वीर आने के बाद हंगामा मचा है. बीजेपी ने सवाल उठाया है कि भारत विरोधी के साथ राहुल गांधी का क्या काम था? बीजेपी नेता ने कहा किआज हर एक भारतीय राहुल गांधी से नाराज है. 

    कौन हैं इल्हान उमर?

    • इल्हान उमर एक अमेरिकी सासंद और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं.
    • वह एक अफ्रीकी शरणार्थी हैं, जो कि चुनाव जीतकर अमेरिका की संसद में पहुंची हैं.
    • इल्हान उमर हमेशा ही कश्मीर और खालिस्तान को अलग देश बनाए जाने वाली मांग का समर्थन करती रही हैं.
    • इल्हान उमर का नाम अमेरिका की संसद में पहुंचने वाली उन दो मुस्लिम महिलाओं में शामिल हैं, जिनका रुख इजरायल विरोधी है.
    • इल्हान साल 2022 में पीओके के दौरे पर भी गई थीं.
    • अमेरिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक इल्हान के इस दौरे के लिए फंडिंग पाकिस्तान ने की थी.
    • इल्हान का रुख भारत विरोधी है. इल्हान ने सीनेट में पीएम मोदी के भाषण का भी बहिष्कार किया था. 

    अमित शाह ने भी बोला हमला
    गृहमंत्री अमित शाह ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है. चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गाँधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है.

    भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है. राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं. मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता. 

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