
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर के रहने वाले 7 लोगों से मुलाकात की.
- इन लोगों को कथित तौर पर मृत बताकर मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान हटा दिया गया है.
- राहुल ने लिखा- जीवन में बहुत दिलचस्प अनुभव हुए हैं, पर कभी 'मृत' लोगों संग चाय पीने का मौका नहीं मिला था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के सात ऐसे लोगों से मुलाकात की है, जिनका नाम विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान कथित तौर पर इस आधार पर मतदाता सूची से हटा दिया गया कि उनकी मौत हो चुकी है. ये सभी बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर से संबंध रखते हैं.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस मुलाकात का वीडियो ‘एक्स' पर साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘‘जीवन में बहुत दिलचस्प अनुभव हुए हैं, लेकिन कभी 'मृत लोगों' के साथ चाय पीने का मौका नहीं मिला था. इस अनोखे अनुभव के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद.'' इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता संजय यादव भी मौजूद थे.
जीवन में बहुत दिलचस्प अनुभव हुए हैं,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 13, 2025
लेकिन कभी 'मृत लोगों' के साथ चाय पीने का मौका नहीं मिला था।
इस अनोखे अनुभव के लिए, धन्यवाद चुनाव आयोग! pic.twitter.com/Rh9izqIFsD
राहुल गांधी ने इसका वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने लोगों से पूछा कि उन्हें कैसे पता चला कि चुनाव आयोग ने उन्हें 'मार दिया'. एक 'मृत' ने कहा कि उन्हें इस बारे में तब पता चला, जब चुनाव आयोग ने 65 लाख नामों की सूची जारी की. उन्होंने कहा कि मैं जिंदा हूं... मैं यह बताने आया हूं कि मैं मरा नहीं हूं.
उन्होंने दावा किया कि एक पंचायत में कम से कम 50 अन्य ऐसे लोग हैं, जिन्हें जीते जी 'मृत' घोषित कर दिया गया है. ये लोग राघोपुर से हैं, लेकिन वहां पर बाढ़ की वजह से यहां नहीं आ पाए हैं. राहुल गांधी ने इन सभी लोगों को भरोसा दिलाया कि वह 'वोटों की चोरी' नहीं होने देंगे.
कांग्रेस ने बाद में सभी सात कथित 'मृत' मतदाताओं के नाम रामिकबल रे, हरेंद्र रे, लालमुनी देवी, वाचिया देवी, लालवती देवी, पूनम कुमारी और मुन्ना कुमार नाम बताए और कहा कि ये सभी राघोपुर में रहते हैं.
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