जनता से कांग्रेस का संपर्क टूट गया, इसे फिर से जोड़ना होगा: राहुल गांधी

राजस्थान के उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी विचारधारा को बचाने की है. हमें जनता के पास जाना पड़ेगा.

नई दिल्ली:

राजस्थान के उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी विचारधारा को बचाने की है. हमें जनता के पास जाना पड़ेगा. राहुल गांधी ने कहा कि हमें बिना सोचे जनता के बीच जाकर बैठ जाना चाहिए जो उनकी समस्या है उसे समझना चाहिए, हमारा जनता के साथ जो कनेक्शन था उस कनेक्शन को फिर से बनाना पड़ेगा. जनता जानती है कि कांग्रेस पार्टी ही देश को आगे ले जा सकती है.राहुल गांधी ने रविवार को पार्टी के नेताओं से जनता के बीच जाने का आह्वान करते हुए कहा कि देश के लोगों के साथ पार्टी का जो संपर्क टूट गया है और उसे फिर से जोड़ना होगा. उन्होंने पार्टी के चिंतन शिविर के दौरान अपने संबोधन में यह भी कहा कि आगामी अक्टूबर महीने में पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे और उनके मुद्दों को समझेंगे.

कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने हिंदुस्तान के युवाओं के भविष्य को नष्ट कर दिया है. एक तरफ बेरोजगारी दूसरी तरफ महंगाई, यूक्रेन में. युद्ध हुआ है आने वाले समय में मुद्रा स्फ़ीति पर इसका असर पड़ेगा. कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि अक्टूबर महीने में पूरी कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जाएगी और यात्रा करेगी. जनता के साथ जो रिश्ता कांग्रेस का था उसे फिर से पूरा करेगी. ये शॉर्टकट से नहीं होने वाला है और ये काम पसीना बहाकर ही किया जा सकता है.राहुल गांधी ने अपने संबोधन में पंजाब को लेकर भी चिंता जतायी.  उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक बातचीत की अनुमति है. भाजपा और आरएसएस में ऐसी बात नहीं है लेकिन यही कारण है कि कांग्रेस की आलोचना अधिक होती है.

पार्टी की रणनीति में कमियों को स्वीकार करते हुए,  गांधी ने कहा कि भाजपा संचार में बेहतर है. उन्होंने कहा कि भाजपा के पास बहुत पैसा है और वह लोगों से संवाद करने में हमसे बेहतर है. उन्होंने कहा, "हमें अपने संचार में सुधार करना होगा और लोगों से जुड़ना होगा."

उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश की महत्वपूर्ण संस्थाओं के साथ छेड़छाड़ की गई है और आवाज दबाई गई है. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका को गुमराह किया गया है, चुनाव आयोग का हाथ मुड़ा हुआ है और मीडिया को धमकियों और डराने-धमकाने के माध्यम से चुप करा दिया गया है. इज़राइली स्पाइवेयर पेगासस का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक वर्ग को चुप कराने और गला घोंटने का यह भी एक तरीका है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

ये भी पढ़ें-