अफजाल अंसारी और यूपी के मंत्री शिवपाल यादव की मौजूदगी में विलय की घोषणा हुई थी।
लखनऊ:
समाजवादी पार्टी (सपा) में अपने दल के विलय को खारिज किये जाने से नाराज कौमी एकता दल (कौएद) के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने इसे सपा के प्रान्तीय अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ‘अहंकार’ का नतीजा बताया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि अपनी ‘ब्रांडिंग’के लिये उनका अपमान करने वाले अखिलेश ने सपा को ‘हाईजैक’ कर लिया है।
अंसारी ने गत शनिवार को कौमी एकता दल के सपा में विलय को निरस्त किये जाने के बाद पहली बार संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी अपनी इस बेइज्जती का बदला आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल में सपा को उसकी ‘हैसियत’ बताकर लेगी। उन्होंने कौमी एकता दल के सपा में विलय का फैसला रद्द करने के लिये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सपा को हाईजैक कर चुके अखिलेश के अहंकार के आगे सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के संघर्ष और उनके भाई शिवपाल सिंह यादव की सकारात्मक कोशिशों का कोई मोल नहीं है।
अंसारी ने कहा कि सपा ने ही उनके सामने विलय का प्रस्ताव रखा था और वह कौएद के सपा में विलय को रद्द किये जाने से खुद को बहुत बेइज्जत और आहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, महासचिव शिवपाल यादव और पूर्वाचल के तमाम सपा नेता और मतदाता इस विलय के रद्द होने से बेहद दुखी हैं लेकिन अखिलेश को इसका ख्याल नहीं है।
अफजाल ने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वांचल में आगामी विधानसभा चुनाव में अपने संगठन की मौजूदगी वाले 18 जिलों की 44 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी और सपा को उसकी ‘औकात’ दिखायेगी। अगर पश्चिम में उपयुक्त सियासी साझीदार मिलता है तो कौएद वहां भी चुनाव लड़ने से गुरेज नहीं करेगी।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अंसारी ने गत शनिवार को कौमी एकता दल के सपा में विलय को निरस्त किये जाने के बाद पहली बार संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी अपनी इस बेइज्जती का बदला आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल में सपा को उसकी ‘हैसियत’ बताकर लेगी। उन्होंने कौमी एकता दल के सपा में विलय का फैसला रद्द करने के लिये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सपा को हाईजैक कर चुके अखिलेश के अहंकार के आगे सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के संघर्ष और उनके भाई शिवपाल सिंह यादव की सकारात्मक कोशिशों का कोई मोल नहीं है।
अंसारी ने कहा कि सपा ने ही उनके सामने विलय का प्रस्ताव रखा था और वह कौएद के सपा में विलय को रद्द किये जाने से खुद को बहुत बेइज्जत और आहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, महासचिव शिवपाल यादव और पूर्वाचल के तमाम सपा नेता और मतदाता इस विलय के रद्द होने से बेहद दुखी हैं लेकिन अखिलेश को इसका ख्याल नहीं है।
अफजाल ने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वांचल में आगामी विधानसभा चुनाव में अपने संगठन की मौजूदगी वाले 18 जिलों की 44 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी और सपा को उसकी ‘औकात’ दिखायेगी। अगर पश्चिम में उपयुक्त सियासी साझीदार मिलता है तो कौएद वहां भी चुनाव लड़ने से गुरेज नहीं करेगी।
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