अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माग्रेट मैकलियोड ने हिंदी में दिया हर जवाब
- क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की 10वीं बैठक वाशिंगटन में संपन्न हुई. आतंकवादी हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही गई.
- क्वाड बैठक से निकले नतीजों को और विस्तार से समझने के लिए NDTV इंडिया ने अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता माग्रेट मैकलियोड से बात की.
- माग्रेट मैकलियोड ने कहा अमेरिकी सरकार ने इस बयान से पहले ही कहा है कि जो लोग पहलगाम हमले के जिम्मेदार हैं उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा करना चाहिए.
- माग्रेट मैकलियोड ने कहा कि जहां तक आसिम मुनीर के साथ बैठक (लंच) का सवाल है, हमने हाल के महीनों में देखा है कि ट्रंप का बहुत गैर-पारंपरिक अप्रोच है.
Quad Foreign Ministers' Meeting: अमेरिका के वाशिंगटन में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की 10वीं बैठक पूरी हो चुकी है. बैठक के बाद क्वाड के चारों सदस्य देशों- भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया- ने एक साझा बयान जारी किया. इसमें सबसे अहम बात भारत के नजरिए से यह रही कि ‘क्वाड' ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई. इसमें आतंकी हमले की साजिश रचने वालों, उसे अंजाम देने वालों और इसकी फंडिंग करने वालों को बिना किसी देरी के न्याय के कठघरे में लाने की बात कही गई.
‘क्वाड' समूह के विदेश मंत्रियों ने बिना नाम लिए पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती सैन्य स्थिति पर गंभीर चिंता जताई. क्वाड' मंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार हल किया जाना चाहिए. वहीं साथ ही क्वाड देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया गया.
सवाल: जिस तरह क्वाड ने अपने साझा बयान में सीमापार आतंकवाद और खासकर पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की है, ऐसा मैसेज जा रहा है कि अमेरिका भी पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकवाद के पूरी तरह खिलाफ है. अमेरिका दोषियों को सजा देने के लिए हर संभव भारत की मदद करेगा. क्या यही अर्थ निकाला जाए.
माग्रेट मैकलियोड: जैसा क्वाड के साझा बयान में लिखा है, हम आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं. अमेरिकी सरकार ने इस बयान से पहले ही कहा है कि जो लोग पहलगाम हमले के जिम्मेदार हैं उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा करना चाहिए. अमेरिका हमले की जांच के लिए भारत सरकार की मदद करेगा.
सवाल: भारत ने साफ कहा है कि पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर है. लेकिन उन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ लंच करने का मौका मिलता है. मुनीर खुले तौर पर कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को आजादी की लड़ाई बता रहे हैं. क्या अमेरिका को उनके खिलाफ सख्त संदेश नहीं देना चाहिए?
माग्रेट मैकलियोड: इस बात में कोई शक नहीं होना चाहिए कि अमेरिका आतंकवाद का विरोध करता है. हम पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हैं. जहां तक आसिम मुनीर के साथ बैठक (लंच) का सवाल है, हमने हाल के महीनों में देखा है कि ट्रंप का बहुत गैर-पारंपरिक अप्रोच है. वो काफी लोगों के साथ बात करना चाहते हैं जो पुरानी बाइडेन प्रशासन में नहीं थी. इसका मतलब यह नहीं है कि अमेरिका का भारत के साथ बुरा संबंध है. बात यह है कि कोई भी दो देश एक ही तराजू पर तौले जाते हैं. अमेरिका का भारत के साथ एक संबंध है और पाकिस्तान के साथ दूसरा संबंध है. अमेरिका की उम्मीद है कि दोनों देशों के साथ उसके संबंध अच्छे हों. भारत और पाकिस्तान के बीच का संघर्ष द्विपक्षीय ढंग से हल हो जाए.
इसके अलावा इस इंटरव्यू में अमेरिकी प्रवक्ता ने माग्रेट मैकलियोड ने कहा कि अमेरिका मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए मजबूती से खड़ा है. उन्होंने भारत अमेरिका व्यापार समझौता बहुत जल्द हो जाने की उम्मीद जताई. साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व को भारत में क्वाड शिखर वार्ता के पूरी तरह कामयाब होने की उम्मीद है. आप पूरा इंटरव्यू देखने के लिए नीचे दिए यूट्यूब वीडियो पर क्लिक करें.
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