ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर मामले में एक के बाद एक कई बातें सामने आ रही हैं. कई लोग सोच रहे हैं कि अब पूजा खेडकर के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी. लेकिन अब जांच महज दिखावा बनकर रह गई है. पूर्व सिविल सेवक अरुण भाटिया ने कहा कि पुणे कलेक्टर को पूजा खेडकर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की पहल करनी चाहिए.
वर्तमान समय में सभी सरकारी व्यवस्थाएं भ्रष्ट हो चुकी हैं. सेवा में चार्टर्ड अधिकारी भ्रष्ट हैं. वे राजनेताओं की आड़ में छिपे हुए हैं. अरुण भाटिया ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि पूजा खेडकर के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं होने और तुरंत कार्रवाई नहीं होने के पीछे राजनीतिक ताकत है.
मुझे खुशी है कि पूजा खेडकर का मामला सामने आया है. लोगों को एहसास हुआ कि चार्टर्ड सेवा कितनी भ्रष्ट है. केवल 20 प्रतिशत चार्टर्ड अधिकारी ही ईमानदार हैं. परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही बच्चे चार्टर्ड सेवा में प्रवेश करते हैं. उनकी नैतिक गुणवत्ता की जांच नहीं की जाती. अरुण भाटिया ने यह भी राय व्यक्त की कि यूपीएससी की परीक्षा प्रणाली में बदलाव होना चाहिए.
निजी क्षेत्र में काम करने वाले अच्छे युवाओं की तलाश की जानी चाहिए और उन्हें चार्टर्ड सेवा में लाया जाना चाहिए. अरुण भाटिया ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी से अपील है कि वह विभिन्न संस्थागत पहलुओं को मजबूत करें, जिसके बिना यह नहीं रुकेगा.
ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर उस समय खबरों में थीं जब वह पुणे कलेक्टरेट में निजी केबिन, कांस्टेबलों की अनुचित मांगों और अनियंत्रित व्यवहार के लिए थीं. पुणे कलेक्टर की शिकायत के बाद केंद्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है. इस बीच पूजा खेडकर का तबादला वाशिम जिले में कर दिया गया है.
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