नायडू, अरुण जेटली की पुस्तक ‘ए न्यू इंडिया’ के विमोचन पर नायडू लोगों को संबोधित कर रहे थे.
नई दिल्ली: मुफ्त में सौगात देने को लेकर जारी चर्चा में शामिल होते हुए पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू (M. Venkaiah Naidu) ने बुधवार को कहा कि इस मुद्दे पर फैसला निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को लेना चाहिए ना कि न्यायपालिका को या उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) को. देश में कुछ राज्यों की सरकारों द्वारा मुफ्त में दी जा रही सौगातों को लेकर बहस शुरू हो गई है, क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. भाजपा के नेता रहे अरुण जेटली की पुस्तक ‘ए न्यू इंडिया' के विमोचन के मौके पर नायडू लोगों को संबोधित कर रहे थे.