दिल्ली में सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन करते बीजेपी कार्यकर्ता (PTI)
नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने शनिवार को दिल्ली में अलग-अलग मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन करते हुए एक दूसरे पर निशाना साधा। विरोध प्रदर्शनों पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने कार्रवाई की।
बीजेपी ने मीडिया के एक वर्ग में आई खबरों के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी शाखा (एसीबी) के लिए 'जासूसी' उपकरण खरीदने का आरोप लगाते हुए उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि दिल्ली सरकार ने इस आरोप से इनकार किया है।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा, 'आप सरकार लोगों की निजता का हनन करना चाहती है। उन्हें आम नागरिकों के फोन कॉल टैप करने का अधिकार किसने दिया? अरविंद केजरीवाल को जासूसी उपकरण खरीदने की मंजूरी किसने दी? हम अभिव्यक्ति की आजादी में विश्वास करते हैं।'
पुलिस ने अवरोधकों को पार करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की। पुलिस की कार्रवाई में ईडीएमसी के पूर्व मेयर राम नारायण दूबे चोटिल हो गए।
इसी बीच आप की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने आईआईटी मद्रास में छात्रों के एक संगठन की मान्यता रद्द करने को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) को जिम्मेदार ठहराते हुए जंतर मंतर पर एक विरोध प्रदर्शन किया।
आप नेता आशुतोष ने इस बात पर हैरानी जतायी कि क्या दलित समुदाय के छात्रों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार नहीं है।
बीजेपी ने मीडिया के एक वर्ग में आई खबरों के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी शाखा (एसीबी) के लिए 'जासूसी' उपकरण खरीदने का आरोप लगाते हुए उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि दिल्ली सरकार ने इस आरोप से इनकार किया है।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा, 'आप सरकार लोगों की निजता का हनन करना चाहती है। उन्हें आम नागरिकों के फोन कॉल टैप करने का अधिकार किसने दिया? अरविंद केजरीवाल को जासूसी उपकरण खरीदने की मंजूरी किसने दी? हम अभिव्यक्ति की आजादी में विश्वास करते हैं।'
पुलिस ने अवरोधकों को पार करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की। पुलिस की कार्रवाई में ईडीएमसी के पूर्व मेयर राम नारायण दूबे चोटिल हो गए।
इसी बीच आप की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने आईआईटी मद्रास में छात्रों के एक संगठन की मान्यता रद्द करने को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) को जिम्मेदार ठहराते हुए जंतर मंतर पर एक विरोध प्रदर्शन किया।
आप नेता आशुतोष ने इस बात पर हैरानी जतायी कि क्या दलित समुदाय के छात्रों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार नहीं है।
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