प्रिस्टीन केयर (Pristyn Care) के सह संस्थापक हरसिमरबीर सिंह (Harsimarbir Singh) ने लिंक्डइन (LinkedIn) में इंटरव्यू के समय लोगों को छांटने के कुछ तरीकों के बारे में ऐसा कुछ बताया कि जिसे लेकर उन्हें लोगों के भारी गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. पहले एक सीईओ ने 18 घंटे काम करने की सलाह दी थी जिस पर लोग बरस पड़े थे. फिर हरसिमरबीर सिंह ने साक्षात्कार के अजब तरीके बताए जिस पर उन्हें पेशेवरों के गुस्से को झेलना पड़ा. हैल्थ टेक कंपनी के को फाउंडर सिंह ने इंटरव्यू में लोगों को "फ़िल्टर" करने के तरीके सुझाए थे.
हालांकि हरसिमरबीर सिंह ने लिंक्डइन से अपनी पोस्ट हटा दी लेकिन उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों की निंदा झेलनी पड़ी. उन्होंने नौकरी चाहने वाले उम्मीदवारों को दफ्तर में 6 से 8 घंटे इंतजार कराने (उनके धैर्य का परीक्षण करने के लिए), इंटरव्यू का समय रविवार को देर से रात में या सुबह जल्दी तय करने, और यहां तक कि देश में कहीं और उम्मीदवारों को अगले दिन दफ्तर में आने के लिए कहने की सलाह दी.
सिंह के अनुसार इन तरीकों से उन्हें जल्दी उठने वालों, देर से काम करने वालों की पहचान करने, उनकी वास्तविक दुनिया की सोच, उनकी संस्कृति और धैर्य, प्रतिबद्धता और क्या वे लंबे समय तक काम करने के लिए ठीक हैं, का परीक्षण करने में मदद मिलती है.
Avoid working under Harsimarbir Singh at all costs. He is no less than a plague who will ruin your life in a matter of days.
— Sarsij Nayanam (@sarsij) September 2, 2022
Pro tip - Stop using LinkedIn as your daily career logbook. pic.twitter.com/7arlI0ulpe
Pristyn Care should mention this in their JD so that people never even apply for the job. pic.twitter.com/sdlsWt9all
— Amanpreet Singh Gulati (@amanpreet_27) September 2, 2022
List of organisations I shall never apply to unless my loved ones or I are starving:
— Abhishek Mukherjee (@ovshake42) September 2, 2022
1. Pristyn Care
2. pic.twitter.com/HZIhLr7uPY
Honestly if you work at Pristyn Care, feel free to DM me, I'm happy to help you find jobs elsewhere.
— Arnav Gupta (@championswimmer) September 1, 2022
This sounds like a slave owner not a company founder.
Apart from the business case studies everything else is bonafide "harrassment" category. https://t.co/BZPZE2c5XG
Don't apply to work in such companies if you have even an iota of self-respect. pic.twitter.com/l9AoBZkVGq
— The Educated Moron (@EducatedMoron) September 1, 2022
हरसिमरबीर सिंह के सुझावों से पहले बॉम्बे शेविंग कंपनी के सीईओ शांतनु देशपांडे ने एक ऑनलाइन पोस्ट में कुछ ऐसी ही सलाह दी थी, जिस पर उनको फटकार लगाई गई थी. इस पोस्ट में उन्होंने फ्रेशर्स को अपने करियर के पहले कुछ वर्षों में 18 घंटे काम करने की सलाह दी थी.
एक लिंक्डइन पोस्ट में देशपांडे ने युवा कर्मचारियों को "अपने काम की पूजा" करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि किसी के करियर के शुरुआती चरणों में काम और जीवन में संतुलन महत्वपूर्ण नहीं है. उन्होंने कहा था, "बिना सोचे-समझे रोना-धोना न करें. आप इससे बहुत बेहतर होंगे."
प्रतिक्रियाओं का असर शनिवार को तब स्पष्ट हो गया जब सीईओ ने घोषणा की कि वे सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर पोस्ट करना छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि उनकी पोस्ट को गलत समझा गया है.
देशपांडे ने लिखा, "उन लोगों से जो मेरी पोस्ट से आहत हुए, क्षमा चाहते हैं. मैं बारीकियों और संदर्भ की जरूरत को पहचानता हूं. कल शाम एक साक्षात्कार में संभवतः मेरी बात को बेहतर ढंग से समझा गया. यदि समय मिले तो इसे देखें." उन्होंने इसे अपनी "आखिरी पोस्ट" कहा.
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