Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में चल रही सियासी जंग पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के बीच रविवार को ट्विटर पर एक दिलचस्प बातचीत देखने को मिली. दरअसल, उमर अब्दुल्ला ने प्रियंका गांधी के एक बयान को लेकर NDTV में प्रकाशित समाचार पर सवाल उठाया था. उनके सवाल पर प्रियंका का जवाब भी आया. उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट में लिखा, 'मुझे 'महामारी के दौरान' वाला तर्क समझ नहीं आया... यह तो ऐसा है, जैसे अगर हम महामारी से नहीं जूझ रहे होते, तो चुनी हुई सरकार को गिराना कम निंदनीय होता... मेरे विचार में COVID हो या नहीं हो, यह गलत है...' उन्होंने इसके साथ NDTV पर छपी प्रियंका के एक बयान की खबर का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया था.
दरअसल, प्रियंका गांधी ने राजस्थान में मचे घमासान पर बयान देते हुए भारतीय जनता पार्टी पर राज्य की अशोक गहलोत की सरकार को गिराने का आरोप लगाया था. प्रियंका ने कहा था, 'बीजेपी इस महामारी के बीच सरकार गिराने की कोशिश कर रही है.' उनके इसी बयान पर उमर अब्दुल्ला ने 'महामारी के दौरान' वाले तर्क पर सवाल उठाया.
I don't get the whole “during pandemic” argument. As though some how toppling an elected government would be less reprehensible if we weren't battling a health crisis. IMHO it's wrong regardless of COVID. https://t.co/0ev0BOFyFe
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 26, 2020
प्रियंका ने उनके जवाब में लिखा, 'आप बिल्कुल सही कहते हैं...मेरा मतलब था कि किसी संकट के दौरान लीडरशिप बहुत अहम हो जाता है और जब ऐसी महामारी फैली हुई है, देश को ऐसे नेतृत्व की ज़रूरत है, जो लोगों के हित में काम करे. हालांकि, बीजेपी जनता द्वारा चुनी गई सरकारों को गिराने में व्यस्त है. इससे उसकी मानसिकता और चरित्र सामने आ गया है. लगता है कि मेरे कहे का अर्थ सही से निकल नहीं पाया.'
.. democratically elected governments, revealing its true mindset and character.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 27, 2020
It seems my point got lost in translation! 2/2
बता दें कि इसके पहले उमर अब्दुल्ला कांग्रेस की छत्तीसगढ़ की सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लेकर अपने बयान में लेकर चर्चा में आए थे. दरअसल, बघेल ने एक प्रेस इंटरव्यू में इशारा किया था कि राजस्थान में सचिन पायलट की बगावत और उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला की नज़रबंद हिरासत से रिहाई में कोई संबंध है. बता दें कि सचिन पायलट की शादी उमर अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला से हुई है.
अब्दुल्ला ने इसपर ट्वीट करते हुए कहा था कि सचिन पायलट के जरिए उनपर घटिया आरोप लगाए जा रहे हैं, जिससे वो पूरी तरह उब चुके हैं. उमर अब्दुल्ला ने इस बयान पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी. उन्होंने कहा था कि अब बघेल से सीधे उनके वकील संपर्क करेंगे.
उन्होंने इसी बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा था. उन्होंने लिखा था, 'कांग्रेस के साथ यही दिक्कत है. आपको अपने दोस्तों और दुश्मनों में कोई फर्क ही नहीं पता है, इसीलिए आप लोग ऐसी मुसीबतों में फंसे हुए हैं.'
You can send your answer to my lawyers. This is what is wrong with the @INCIndia today, you don't know your friends from your opponents. This is why you people are in the mess you are in. Your “question” was malicious & will not go uncontested. https://t.co/abgijaSDyW
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 20, 2020
उनका यह बयान बघेल की ओर से उनके बयान पर राजनीति करने का आरोप लगाने के बाद आया था.
Video: राजस्थान में अदालती लड़ाई से पीछे हटेगी कांग्रेस?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं