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प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना से बदल रही युवाओं की तकदीर, स्वरोजगार से लिख रहे सफलता की नई कहानी

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के जरिए दर्जनों युवा अपने सपनों को पंख दे रहे हैं. इस योजना के कारण उन्‍हें नया व्‍यापार शुरू करने और अपने व्‍यापार को विस्‍तार देने में काफी मदद मिल रही है.

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना से बदल रही युवाओं की तकदीर, स्वरोजगार से लिख रहे सफलता की नई कहानी
बैतूल:

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना (पीएमएमवाई) देश के युवाओं के लिए रोजगार का एक मजबूत जरिया बनती जा रही है. इस योजना का प्रभाव बैतूल जिले में भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है, जहां दर्जनों युवा इस योजना के माध्यम से अपने सपनों को पंख दे रहे हैं. आज हम आपको मिलवाते हैं चार ऐसे युवाओं से, जिन्होंने मुद्रा लोन की मदद से न सिर्फ अपना व्यवसाय शुरू किया, बल्कि समाज के लिए प्रेरणा बन गए.

बैतूल के मनीष कुमार जैन ने पहले केवल पान और उससे जुड़े उत्पादों की दुकान चलाई, लेकिन प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत एसबीआई, सिविल लाइन शाखा से 4 लाख रुपये का लोन मिलने के बाद उन्होंने अपने व्यापार का विस्तार किया. अब वे अन्य रोजमर्रा के सामान भी बेचते हैं, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है.

युवा ने किया पीएम मोदी का धन्‍यवाद

मनीष ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, "अब मैं लोन की किस्त समय पर चुका पा रहा हूं और घर का खर्च भी ठीक से चला पा रहा हूं. पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं और युवाओं से अपील करता हूं कि इस योजना का जरूर लाभ उठाएं."

अविनाश वर्मा ने भी भारतीय स्टेट बैंक, सिविल लाइन शाखा से 15 लाख रुपए का मुद्रा लोन प्राप्त कर 'वर्मा ई-बाइक एंड बैटरी' नाम से अपना व्यवसाय शुरू किया. उनका व्यवसाय बडोरा बैतूल बाजार रोड पर स्थित है. अविनाश कहते हैं, "इस योजना के बिना शायद मैं आज भी बेरोजगार होता. 

अब मैं समय पर किस्त चुका रहा हूं और भविष्य में बड़े लोन की योजना बना रहा हूं ताकि व्यापार और भी आगे बढ़ा सकूं."

योजना के जरिए कर रहे अपने व्‍यवसाय का विस्‍तार 

आशीष, जो 'नक्ष एग्रो एंड इक्विपमेंट' के संचालक हैं, उन्होंने 13 लाख रुपये का मुद्रा लोन लेकर अपने कृषि उपकरणों के व्यापार को विस्तार दिया. पहले वे ग्राहकों को समय पर ट्रैक्टर की डिलीवरी नहीं दे पाते थे, लेकिन अब उनके पास अतिरिक्त संसाधन हैं और वे कुछ ही दिनों में ट्रैक्टर उपलब्ध करवा देते हैं.

आशीष ने बताया, "अब मुझे न उधार लेना पड़ता है, न किसी के आगे हाथ फैलाना. पीएम मोदी का आभारी हूं जिन्होंने ऐसी योजना शुरू की."

शिवम् लोखंडे, जो 'न्यू शामिल वाणी एक्वेरियम एंड पेट शॉप' के संचालक हैं, उन्होंने भी 10 लाख रुपये का मुद्रा लोन लेकर अपने व्यवसाय को विस्तार दिया. वे बताते हैं, "लोन लेने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आई. अब मैं अपनी दुकान में सभी तरह का सामान रख पा रहा हूं और समय पर लोन की किस्त भी चुका रहा हूं. अगर ये योजना नहीं होती, तो बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता."

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना वास्तव में उन युवाओं के लिए एक वरदान साबित हो रही है जो कुछ करने का जज्बा रखते हैं, लेकिन आर्थिक संसाधनों की कमी के चलते पीछे रह जाते हैं. बैतूल जैसे जिले में इस योजना का असर यह साबित करता है कि सही दिशा में उठाए गए कदम किस तरह ज़िंदगी की दिशा बदल सकते हैं.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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