भारत सरकार द्वारा गैर- बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध का बाजार पर शुरुआती असर दिखना शुरू हो गया है. इसको लेकर नया बाजार में पिछले करीब चार दशक से चावल का कारोबार कर रहे सुखमाल जैन ने एनडीटीवी से बात की. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध के बाद अनाज मंडियों में गैर-बासमती चावल की कीमत में एक से ₹2 प्रति किलो तक की शुरुआती गिरावट आई है.
एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध से भारत के अनाज मंडियों में गैर-बासमती चावल की उपलब्धता काफी बढ़ जाएगी. इससे कीमतों में और गिरावट की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि खरीफ सीजन के बाद मंडियों में चावल की उपलब्धता में अच्छी बढ़ोतरी होगी. हालांकि, कुछ जगहों पर खरीफ फसलों के खराब होने की भी खबर आई है.
वहीं, चावल व्यापारी निश्चित शर्मा ने एनडीटीवी से बताया कि गैर-बासमती चावल का ज्यादा उपयोग निम्न आर्थिक वर्ग के लोग करते हैं, क्योंकि यह सस्ता होता है.गैर-बासमती चावल के निर्यात पर रोक से पिछड़े इलाकों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आने वाले दिनों में गैर-बासमती चावल सस्ते रेट पर मिल सकेगा.
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