रूसी सेना के जवान (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत और रूस की सेनायें आतंकवाद से निपटने के लिए राजस्थान के बीकानेर में साझा तौर पर अभ्यास करेंगी। इसके लिए रूसी सेना का 250 सदस्यीय दल बीकानेर पहुंच गया है।
महाजन फायरिंग रेंज में 'इन्द्रा 2015'
सात नवंबर से 20 नवंबर तक होने वाले अभ्यास 'इन्द्रा 2015' में भारत और रूस की सेनायें महाजन फायरिंग रेंज में आतंक के खिलाफ लड़ने के गुर एक-दूसरे से सीखेंगी। संयुक्त राष्ट्र जनादेश के मुताबिक ही यह अभ्यास रेगिस्तान में होगा। दोनों देशों का यह सातवां इन्द्रा अभ्यास है जिसमें दोनों देशों की सेनायें एक-दूसरे के हथियारों का भी इस्तेमाल करेंगी।
साझा अभियान के लिए भी तैयार होंगे सैनिक
जरूरत पड़ने पर अगर दुनिया में कहीं भी साझा अभियान चलाने की नौबत आए तो इसके लिए सेनायें आपसी विश्वास और समझ को भी बेहतर बनाने पर जोर दे रही हैं। दोनों देशों के सैनिक इस दौरान एक-दूसरे के हथियार और उपकरण, अभियान के तरीके व रणनीति, कमान और नियंत्रण से रूबरू होंगे। इस अभ्यास में शारीरिक मापदण्ड, रणकौशल और नई तकनीकों के इस्तेमाल पर भी जोर होगा।
इस अभ्यास का चार हफ्ते का एक कार्यक्रम तैयार किया गया है। अभ्यास के दौरान संयुक्त तौर पर रणनीति बनाना, घेराबंदी करना, तलाशी अभियान चलाना, खोज और बचाव जैसे काम मिलकर किए जाएंगे। इसके जरिए भारत और रूस की सेनायें करीब आएंगी। दोनों देशों की जनता के बीच भी रिश्ते और बेहतर बनेंगे।
महाजन फायरिंग रेंज में 'इन्द्रा 2015'
सात नवंबर से 20 नवंबर तक होने वाले अभ्यास 'इन्द्रा 2015' में भारत और रूस की सेनायें महाजन फायरिंग रेंज में आतंक के खिलाफ लड़ने के गुर एक-दूसरे से सीखेंगी। संयुक्त राष्ट्र जनादेश के मुताबिक ही यह अभ्यास रेगिस्तान में होगा। दोनों देशों का यह सातवां इन्द्रा अभ्यास है जिसमें दोनों देशों की सेनायें एक-दूसरे के हथियारों का भी इस्तेमाल करेंगी।
साझा अभियान के लिए भी तैयार होंगे सैनिक
जरूरत पड़ने पर अगर दुनिया में कहीं भी साझा अभियान चलाने की नौबत आए तो इसके लिए सेनायें आपसी विश्वास और समझ को भी बेहतर बनाने पर जोर दे रही हैं। दोनों देशों के सैनिक इस दौरान एक-दूसरे के हथियार और उपकरण, अभियान के तरीके व रणनीति, कमान और नियंत्रण से रूबरू होंगे। इस अभ्यास में शारीरिक मापदण्ड, रणकौशल और नई तकनीकों के इस्तेमाल पर भी जोर होगा।
इस अभ्यास का चार हफ्ते का एक कार्यक्रम तैयार किया गया है। अभ्यास के दौरान संयुक्त तौर पर रणनीति बनाना, घेराबंदी करना, तलाशी अभियान चलाना, खोज और बचाव जैसे काम मिलकर किए जाएंगे। इसके जरिए भारत और रूस की सेनायें करीब आएंगी। दोनों देशों की जनता के बीच भी रिश्ते और बेहतर बनेंगे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
भारत -रूस, संयुक्त सैन्य अभ्यास, आतंकवाद, साझा अभियान, राजस्थान, बीकानेर, आतंकवाद निरोधक पहल, India-Russia Military Practice, Terrorism, Joint Army Exercise, Rajasthan, Bikaner