प्रयागराज में आस्था का महाकुंभ चल रहा है. 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ के लिए प्रयाग नगरी सज रही है. साधु संन्यासी पहुंच रहे हैं. श्रद्दालु भी स्नान-ध्यान की तारीख तय कर रहे हैं. सरकार भी इंतजाम में लगी है. सड़कें संवर रही हैं. पुल बन रहे हैं. रहने-ठहरने के इंतजाम किए जा रहे हैं. करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने की उम्मीद है. इंसानों का इतना बड़ा महामिलन दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिलता.ऐसे में प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं के मन में कई सवाल उठने लाजिमी हैं. मसलन अपने घर से प्रयागराज पहुंचेंगे कैसे? स्टेशन से स्नान के घाट कितनी दूर होंगे? ठहरने की व्यवस्था कैसी होगी? बुजुर्गों के के लिए क्या इंतजाम होंगे? तो यहां पर हम आपको ऐसी सारी बातों की जानकारी दे रहे हैं, जो महाकुंभ जाने से पहले आपको जाननी चाहिए. एक तरह से कुंभ की पूरी कुंजी इस आर्टिकल में हम आपको दे रहे हैं. आप इन काम की जानकारियों को शेयर भी कर सकते हैं..तो नीचे है कुंभ की पूरी कुंजी...
महाकुंभ में सबसे ज्यादा भीड़ कब होगी?
महाकुंभ मेला, आस्था का महासंगम, जहां हर बार करोड़ों श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि महाकुंभ में सबसे ज्यादा भीड़ कब होती है? महाकुंभ में सबसे ज्यादा भीड़ शाही स्नान के दिनों में होती है। ये दिन हिंदू पंचांग के आधार पर तय किए जाते हैं और इन्हें धार्मिक रूप से बेहद शुभ माना जाता है।मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, और महाशिवरात्रि जैसे विशेष स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने पहुंचते हैं। खासतौर पर मौनी अमावस्या का दिन, महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान दिवस माना जाता है।इन दिनों प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए जाते हैं। सुरक्षा, ट्रैफिक, और आवास सुविधाएं बढ़ा दी जाती हैं। अगर आप इन दिनों महाकुंभ जाना चाहते हैं, तो अपनी योजना पहले से बनाना जरूरी है।तो इस बार महाकुंभ में शाही स्नान का हिस्सा बनें, लेकिन ध्यान रखें - भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के सभी निर्देशों का जरूर पालन करें.
Video : महाकुंभ में सबसे ज्यादा भीड़ कब होगी
ये हैं सबसे ज्यादा भीड़ वाले दिन
पौष पूर्णिमा | 13 जनवरी |
मकर संक्रांति | 14 जनवरी |
मौनी अमावस्या (सोमवती) | 29 जनवरी |
बसंत पंचमी | 3 फरवरी |
माघी पूर्णिमा | 12 फरवरी |
महाशिवरात्रि | 26 फरवरी |
महाकुंभ की भीड़ में खो जाएं तो ये करें
महाकुंभ, विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है. इतनी बड़ी भीड़ में किसी के खो जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. लेकिन, चिंता न करें..आज हम आपको बताएंगे कि अगर महाकुंभ में कोई खो जाए, तो उसे कैसे ढूंढा जा सकता है. वीडियो को ध्यान से देखें, क्योंकि यह जानकारी बहुत काम की है. महाकुंभ में हर प्रमुख स्थान, जैसे टेंट सिटी, घाट और एंट्री गेट्स पर हेल्प डेस्क और खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं.अगर कोई खो जाए, तो तुरंत पास के हेल्प डेस्क पर जाएं और वहां अपनी जानकारी दें. आपकी सूचना रिकॉर्ड की जाएगी और लाउडस्पीकर के माध्यम से अनाउंसमेंट किया जाएगा. महाकुंभ में जाने से पहले कुछ तैयारी करें. बच्चों और बुजुर्गों को एक पहचान पत्र दें, जिसमें उनका नाम, पता और एक कॉन्टैक्ट नंबर लिखा हो.अगर आप भीड़ में बिछड़ जाएं, तो किसी स्वयंसेवक या पुलिसकर्मी से मदद लें. महाकुंभ प्रशासन ने मोबाइल ऐप और हेल्पलाइन नंबर 1920 भी जारी किए हैं.इस ऐप पर आप गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं.पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 और आपदा हेल्पलाइन 1077 पर कॉल करके भी तुरंत सहायता प्राप्त की जा सकती है. तो दोस्तों, महाकुंभ में अगर कोई खो जाए, तो घबराएं नहीं.हेल्प डेस्क, पहचान पत्र और प्रशासन की मदद से आप अपनों को आसानी से ढूंढ सकते हैं.वीडियो को लाइक करें, शेयर करें, और चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें.
Video : महाकुंभ में कोई खो जाए तो क्या करें
महाकुंभ में इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान
महाकुंभ, आस्था और श्रद्धा का सबसे बड़ा मेला, जहां हर बार करोड़ों लोग इकट्ठा होते हैं। लेकिन अगर आप भी इस बार महाकुंभ जा रहे हैं, तो इन 5 बातों का जरूर ध्यान रखें.
- यात्रा की योजना पहले से बनाएं, स्नान पर्व के दिनों में भीड़ बहुत ज्यादा होती है, इसलिए अपनी तारीखें तय करें और धर्मशाला, टेंट या होटल की बुकिंग पहले ही कर लें.
- सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखें. जरूरी दवाइयां, मास्क, और सैनिटाइजर साथ रखें। प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और भीड़ में सतर्क रहें.
- जरूरी सामान साथ ले जाएं. पहचान पत्र, पानी की बोतल, सूखा खाना, मोबाइल चार्जर, और अतिरिक्त कपड़े जरूर पैक करें। अपने सामान को सुरक्षित रखने के लिए वाटरप्रूफ बैग का उपयोग करें.
- गंगा की पवित्रता बनाए रखें. अक्सर ऐसे बड़े अवसरों पर इन बातों का ख्याल नहीं रखा जाता इसलिए स्नान करते समय नदी को गंदा न करें और अन्य श्रद्धालुओं का सम्मान करें यानि धार्मिक अनुशासन का पालन करें.
- प्रशासनिक मदद का लाभ उठाएं। महाकुंभ में आपके लिए प्रशाहन की ओर से ऐसे कई इंतजाम कीये गए हैं जिसका आप बेझिझक लाभ उठा सकते हैं . मेला क्षेत्र में बने हेल्पडेस्क और खोया-पाया केंद्र का पता रखें. अगर जरूरत पड़े तो तुरंत वहां संपर्क करें. बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें तो इस महाकुंभ में आस्था और श्रद्धा का आनंद लेने के साथ-साथ इन 5 बातों का ध्यान रखें, ताकि आपकी यात्रा सुरक्षित और सुखद रहे.
महाकुंभ में शौचालय की क्या व्यवस्था है?
महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु आते हैं, और ऐसे में कई लोग यह सवाल पूछते हैं कि वहां शौचालय की क्या व्यवस्था होती है? आज हम आपको महाकुंभ में सफाई और शौचालय से जुड़ी सुविधाओं के बारे में बताएंगे. तो वीडियो को अंत तक जरूर देखें. महाकुंभ में प्रशासन ने टेंट सिटी में साफ-सुथरे और आधुनिक शौचालयों का इंतजाम किया है.यहां पर मोबाइल टॉयलेट्स, बायो-टॉयलेट्स और ईको-फ्रेंडली सुविधाएं उपलब्ध हैं. प्रत्येक टेंट के पास शौचालय की सुविधा दी गई है, ताकि किसी को ज्यादा दूर न जाना पड़े. घाटों के पास भी पर्याप्त संख्या में शौचालय बनाए गए हैं.इनकी नियमित सफाई की जाती है, ताकि स्वच्छता बनी रहे.इसके अलावा, महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय हैं. महाकुंभ में स्वच्छता का खास ध्यान रखा जाता है. प्रशासन और स्वयंसेवी संगठन नियमित रूप से शौचालयों की सफाई करते हैं और लोगों को गंदगी न फैलाने के लिए जागरूक भी करते हैं. अगर यदि फिर भी आपको कोई दिक्कत हो, तो वॉलंटियर्स से संपर्क करें......तो दोस्तों, महाकुंभ में शौचालय की सुविधाएं अच्छी और सुव्यवस्थित हैं. बस आपसे एक अपील है कि इनका सही इस्तेमाल करें और स्वच्छता बनाए रखें.
Video : महाकुंभ में जानें शौचालय की क्या व्यवस्था है
बिहार में रहते हैं तो ऐसे पहुंचे प्रयागराज
आइये अब जानते हैं कि अगर आप बिहार में रहते हैं तो रेल से लेकर सड़क मार्ग के जरिए आप किस तरह से आसानी से महाकुंभ का हिस्सा बन सकते हैं और गंगा में आस्था की डूबकी लगा सकते हैं. बिहार के प्रमुख स्टेशन जैसे पटना, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर से प्रयागराज के लिए भारतीय रेलवे ने कई विशेष ट्रेनों की घोषणा की है. पटना से प्रयागराज के लिए सीधी कुंभ मेला स्पेशल ट्रेनें चलेंगी. (पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें)
महाकुंभ में ठहरने की क्या है व्यवस्था?
महाकुंभ के लिए प्रयागराज पहुंचे हैं तो ठहरने की व्यवस्था की जानकारी होना बहुत जरूरी है. बताया जा रहा है कि इस बार मेले में करीब 40 करोड़ लोग पहुंच सकते हैं. प्रयागराज में कई सारे होटल हैं. जहां आप आसानी से रुक सकते हैं. जानकारी के अनुसार प्रयागराज में होटल से लेकर गेस्ट हाउस की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही पूरी की पूरी टेंट सिटी बसाई गई है, जानें कैसे बुकिंग करवा सकते हैं. (क्लिक करके पढ़ें पूरी जानकारी)
प्रयागराज जाने वाली स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट और टाइमटेबल देख लें
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के लिए भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनों का परिचालन कर रहा है. रेलवे ने 22 ट्रेनों की एक लिस्ट जारी की है. यह ट्रेनें देश के अलग-अलग शहरों से चलेंगी और या तो प्रयागराज तक पहुंचकर टर्मिनेट होंगी या फिर प्रयागराज होकर आगे किसी शहर में पहुंचकर टर्मिनेट होंगी. (पूरी खबर पढ़ें)
ध्यान दें : अपने शहर से प्रयागराज के लिए मेला स्पेशल जनरल ट्रेनों की पूरी लिस्ट देखें
महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ लोगों का ट्रेन से आने का अनुमान है. इसे लेकर रेलवे सुरक्षा और व्यवस्था के सारे इंतजाम कर रही है. प्रयागराज रेल मंडल द्वारा महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए पहली बार सीसीटीवी कैमरों के साथ एफआर कैमरे भी लगाए जा रहे हैं. (पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें)
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