प्रयागराज मंडल के सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल 'स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल (SRN)' के एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर का उसकी कार के अंदर संदिग्ध हालत में शव मिलने से सनसनी फैल गई. पुलिस इसे सुसाइड का मामला मान रही है, क्योंकि कार में एक इंजेक्शन भी मिला है. लेकिन कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. पुलिस ने डॉक्टर की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. उत्तराखंड के कोटद्वार के रहने वाले जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव एसआरएन अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग में तैनात थे.
कार के अंदर संदिग्ध हालत में मिला शव
फिर एक रेजीडेंट डॉक्टर की संदिग्ध हालत में मौत ने सवाल खड़े कर दिये हैं. इस बार मामला उत्तर प्रदेश का है. यहां प्रयागराज में शनिवार देर रात शहर के नामी स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर का उसकी कार के अंदर संदिग्ध हालत में शव मिला. पुलिस के मुताबिक, सुसाइड किए जाने का मामला है. अस्पताल के अन्य डॉक्टरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर डीसीपी सिटी अभिषेक भारती समेत पुलिस के तमाम अफसर मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी है.
मौत असली वजह क्या?
29 वर्षीय डॉक्टर का शव अस्पताल परिसर में खड़ी उसकी कार में ही मिला है. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के कोटद्वार के रहने वाले जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव एसआरएन अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग में तैनात थे और जार्ज टाउन इलाके में फ्लैट लेकर रहते थे. हालांकि, पुलिस ने बॉडी कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी है. पोस्टमार्टम के बाद ही साफ होगा कि डॉक्टर की मौत असली वजह क्या है. पुलिस जांच में प्रथम दृष्ट्या केस सुसाइड का ही है.
क्या इंजेक्शन लगाने से हुई मौत!
जांच में ये बात सामने आई है कि मृतक डॉक्टर की कार से एक इंजेक्शन भी पुलिस को बरामद हुआ है. माना जा रहा है कि डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया था, जिससे उनकी मौत हुई. फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद साफ होगा की डॉक्टर की मौत इंजेक्शन लगाने की वजह से हुई या फिर किसी और चीज़ से. पुलिस मृतक डॉक्टर के परिचितों से भी जानकारी ले रही है कि आखिर क्या वजह रही, जिससे डॉक्टर ने आत्महत्या की है. मृतक डॉक्टर के पिता भी डॉक्टर रहे है. उत्तराखंड के रहने वाले डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की ड्यूटी रात में अर्थों डिपार्टमेंट में ही थी.
बगल वाली सीट पर थी इंजेक्शन की खाली शीशी और निडिल
डॉक्टर कार्तिकेय की कार एसआरएन अस्पताल की पार्किंग में खड़ी थी. दूसरे डॉक्टर जब रात में घर जाने के लिए पार्किंग से अपनी कार निकालने पहुंचे, तो देखा कि डॉक्टर कार्तिकेय अपनी कार की ड्राइविंग सीट पर मृत हालत में पड़े हैं. तब डॉक्टरों ने अस्पताल के अन्य डॉक्टरों को इसकी जानकारी दी और पुलिस को भी सूचना दी गई. मौके पर डीसीपी सिटी सहित शहर के कई पुलिस अफसर और एसओजी की टीम मौके पर पहुंची और मृतक डॉक्टर का शव कार से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. कार की तलाशी लेने पर कार की बगल वाली सीट पर एक इंजेक्शन की खाली शीशी और निडिल रखी थी, जिससे पूरी आशंका है कि डॉक्टर ने खुद ही अपने हाथ में इंजेक्शन लगाया है. हालांकि, उनकी मौत की वजह क्या है, ये पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा. मौके पर पहुंचे डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने बताया कि डॉक्टर की बॉडी उनकी कार से बरामद हुई है. प्रथम दृष्टया मामला सुसाइड का ही है. इसके पीछे कारण क्या है, ये जांच के बाद ही पता चलेगा.
एसआरएन अस्पताल प्रयागराज मंडल का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. यहां प्रयागराज के अलावा दूसरे शहर से भी मरीज़ आकर इलाज कराते हैं. रेजीडेंट डॉक्टर कार्तिकेय ऑर्थो डिपार्टमेंट में थे. उनके साथ के लोगों के मुताबिक, ऐसी कोई बात भी नहीं हुई थी, जिससे कि वो ये कदम उठाते. पुलिस अब जांच कर रही है कि डॉक्टर आखिर किस चीज़ से परेशान थे या फिर किसी अन्य कारण से तनाव में थे, जिसकी वज़ह से उन्होंने आत्महत्या की.
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