भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए पीएम भुवनेश्वर पहुंचे
भुवनेश्वर:
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को भुवनेश्वर में शुरू हो गई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ओडिशा समेत कोरोमंडल क्षेत्र में पार्टी के प्रभाव बढ़ाने की रूपरेखा पेश कर सकते हैं. गौरतलब है कि इस क्षेत्र में पार्टी पारंपरिक तौर पर कमजोर मानी जाती है. भुवनेश्वर पहुंचकर पीएम मोदी के रोड शो का आयोजन हुआ जहां वह जनता के साथ मुखातिब हुए जिसके बाद वह राजभवन पहुंचे. बता दें कि भाजपा पदाधिकारी राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक की रूपरेखा तैयार करने में जुट गए है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोपहर बाद पहुंचने पर इसे आगे बढाया जायेगा.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जबर्दस्त जीत दर्ज की है, साथ ही गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने में सफल रही है. ओडिशा के भुवनेश्वर में 15 और 16 अप्रैल को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे.
पिछले महीने उड़ीसा के स्थानीय निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा ने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का फैसला किया है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए अभी से तैयारी शुरू की जानी चाहिये. पार्टी ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान दे रही है.
ओडिशा में साल 2000 से बीजद प्रमुख और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में सरकार है और भाजपा को लगता है कि ओडिशा में सरकार विरोधी रुख का उसे लाभ मिल सकता है क्योंकि कांग्रेस वहां कमजोर हुई है. प्रधानमंत्री मोदी के यहां आगमन पर शानदार स्वागत की तैयारी की गई है और हवाई अड्डे से राजभवन तक कई स्थानों पर उनके स्वागत की योजना बनाई गई है. मोदी रात को राजभवन में रुकेंगे
इससे पहले अमित शाह का यहां आने पर 74 कमल के फूलों की माला से स्वागत किया गया जिसका आशय 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में बहुमत के अंक से है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि ओडिशा मोदी सरकार की गरीबोन्मुखी नीतियों की प्रयोगशाला है, साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना भी साधा था.
प्रधानमंत्री का यहां ब्रिटिश सरकार के खिलाफ 1817 के संग्राम से जुड़े 16 परिवारों को सम्मानित करने का भी कार्यक्रम है. पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का नामकरण जाने माने ओडिया कवि भीमा भोई के नाम पर किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी सांसदों, नेताओं, कार्यकर्ताओं से लोगों के बीच जाने और सरकार के सुशासन एवं लोक कल्याण योजनाओं को जनता के समक्ष पहुंचाने को कह चुके हैं. इस क्रम में प्रधानमंत्री देश के विभिन्न प्रदेशों के सांसदों के साथ पांच बैठकें कर चुके हैं.
भाजपा का विशेष जोर उन 120 सीटों पर है जिनमें वह जीत दर्ज नहीं कर पायी लेकिन उसे जीत हासिल करने की उम्मीद है. भाजपा नेता ने कहा कि ओडिशा में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन निश्चित तौर पर उत्साहवर्धक रहा है. पार्टी को अच्छी सफलता मिली है और लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के मार्ग को गति प्रदान करने का फैसला किया है. फिलहाल वर्तमान में उड़ीसा विधानसभा में भाजपा के दस विधायक हैं और एक लोकसभा सांसद है. स्थानीय निकाय के चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा नेतृत्व को ओडिशा में पार्टी के लिए बड़ी संभावना नज़र आ रही हैं.
बीजेडी में घमासान
भाजपा को राज्य में पैर पसारने का मौका सत्ताधारी बीजू जनता दल में खींचतान से मिलता दिख रहा है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों में बीजद की अंदरूनी कलह सतह पर आ गई है. भाजपा इसी का फायदा उठाने की फिराक में है. इन घटनाक्रमों के बीच भाजपा ने भुवनेश्वर में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियां कुछ इस तर्ज पर करनी शुरू कर दीं जिससे एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया जा सके.
भाजपा दलित, महिलाओं, कमजोर वर्ग और युवाओं पर विशेष जोर दे रही है. हाल ही में भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते प्रधानमंत्री ने सुधार और विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनता का मूड सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में सकारात्मक है. यह गरीबों के लिए काम करने का स्वर्णिम अवसर है. केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार अगले महीने तीन वर्ष पूरे करने जा रही है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जबर्दस्त जीत दर्ज की है, साथ ही गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने में सफल रही है. ओडिशा के भुवनेश्वर में 15 और 16 अप्रैल को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे.
पिछले महीने उड़ीसा के स्थानीय निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा ने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का फैसला किया है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए अभी से तैयारी शुरू की जानी चाहिये. पार्टी ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान दे रही है.
ओडिशा में साल 2000 से बीजद प्रमुख और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में सरकार है और भाजपा को लगता है कि ओडिशा में सरकार विरोधी रुख का उसे लाभ मिल सकता है क्योंकि कांग्रेस वहां कमजोर हुई है. प्रधानमंत्री मोदी के यहां आगमन पर शानदार स्वागत की तैयारी की गई है और हवाई अड्डे से राजभवन तक कई स्थानों पर उनके स्वागत की योजना बनाई गई है. मोदी रात को राजभवन में रुकेंगे
इससे पहले अमित शाह का यहां आने पर 74 कमल के फूलों की माला से स्वागत किया गया जिसका आशय 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में बहुमत के अंक से है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि ओडिशा मोदी सरकार की गरीबोन्मुखी नीतियों की प्रयोगशाला है, साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना भी साधा था.
प्रधानमंत्री का यहां ब्रिटिश सरकार के खिलाफ 1817 के संग्राम से जुड़े 16 परिवारों को सम्मानित करने का भी कार्यक्रम है. पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का नामकरण जाने माने ओडिया कवि भीमा भोई के नाम पर किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी सांसदों, नेताओं, कार्यकर्ताओं से लोगों के बीच जाने और सरकार के सुशासन एवं लोक कल्याण योजनाओं को जनता के समक्ष पहुंचाने को कह चुके हैं. इस क्रम में प्रधानमंत्री देश के विभिन्न प्रदेशों के सांसदों के साथ पांच बैठकें कर चुके हैं.
भाजपा का विशेष जोर उन 120 सीटों पर है जिनमें वह जीत दर्ज नहीं कर पायी लेकिन उसे जीत हासिल करने की उम्मीद है. भाजपा नेता ने कहा कि ओडिशा में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन निश्चित तौर पर उत्साहवर्धक रहा है. पार्टी को अच्छी सफलता मिली है और लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के मार्ग को गति प्रदान करने का फैसला किया है. फिलहाल वर्तमान में उड़ीसा विधानसभा में भाजपा के दस विधायक हैं और एक लोकसभा सांसद है. स्थानीय निकाय के चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा नेतृत्व को ओडिशा में पार्टी के लिए बड़ी संभावना नज़र आ रही हैं.
बीजेडी में घमासान
भाजपा को राज्य में पैर पसारने का मौका सत्ताधारी बीजू जनता दल में खींचतान से मिलता दिख रहा है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों में बीजद की अंदरूनी कलह सतह पर आ गई है. भाजपा इसी का फायदा उठाने की फिराक में है. इन घटनाक्रमों के बीच भाजपा ने भुवनेश्वर में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियां कुछ इस तर्ज पर करनी शुरू कर दीं जिससे एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया जा सके.
भाजपा दलित, महिलाओं, कमजोर वर्ग और युवाओं पर विशेष जोर दे रही है. हाल ही में भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते प्रधानमंत्री ने सुधार और विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनता का मूड सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में सकारात्मक है. यह गरीबों के लिए काम करने का स्वर्णिम अवसर है. केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार अगले महीने तीन वर्ष पूरे करने जा रही है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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