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This Article is From Mar 09, 2015

मोदी तीन देशों की यात्रा पर आज होंगे रवाना, 13-14 मार्च को श्रीलंका में होंगे

मोदी तीन देशों की यात्रा पर आज होंगे रवाना, 13-14 मार्च को श्रीलंका में होंगे
फाइल फोटो
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका, मॉरीशस और सेशेल्स की पांच दिवसीय यात्रा पर आज रवाना होंगे और उम्मीद है कि इससे देश के हिंद महासागर क्षेत्र के देशों से रिश्ते और मजबूत होंगे। इसके साथ ही यह भी उम्मीद है कि इस यात्रा के दौरान मोदी श्रीलंका में तमिलों के गढ़ जाफना का भी दौरा करेंगे।

भारतीय अधिकारियों ने आज कहा कि मोदी जब अपनी यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण में 13-14 मार्च को श्रीलंका में होंगे तब भारत श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की विवादास्पद टिप्पणी के बीच अपने मछुआरों के अधिकारों के 'मानवीय' मुद्दे का हल निकालने का प्रयास करेगा।

मोदी जाफना जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे, जहां वह भारतीय सहायता से निर्मित मकानों को सौंपेंगे। भारत का कोई प्रधानमंत्री इस द्वीपीय देश की 28 वर्षों के अंतराल के बाद यात्रा कर रहा है। इससे पहले राजीव गांधी ने 1987 में इस देश की यात्रा की थी। जाफना में करीब 20 हजार मकानों का निर्माण किया गया है जिसे भारत ने 'श्रीलंका में जारी एक महत्वपूर्ण सहयोग परियोजना' करार दिया है।

एक संवाददाता सम्मेलन में विक्रमसिंघे की उस टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बारे में पूछे जाने पर कि भारतीय मछुआरों ने अगर श्रीलंका की समुद्री सीमा का उल्लंघन किया तो उन्हें गोली मारी जा सकती है, विदेश सचिव एस. जयशंकर ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कोलंबो में पिछले शनिवार को विक्रमसिंघे से मुलाकात के दौरान इस मामले को उठाया था।

जयशंकर ने कहा, 'आज यह स्वीकार किया जाता है कि मछुआरों के आजीविका का मुद्दा है। एक मानवीय पहलू है। हम उम्मीद करते है कि हम श्रीलंका के साथ बैठकर इस मुद्दे का हल खोजेंगे।'

वर्तमान में सोच यह है कि दोनों देशों के मछुआरों के संघ मोदी की श्रीलंका यात्रा के बाद मुलाकात कर सकते हैं। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत श्रीलंका की नई सरकार के साथ उन करीब एक लाख तमिल शरणार्थियों को स्वदेश भेजने के मामले पर काम कर रहा है जो गृहयुद्ध के दौरान भागकर तमिलनाडु आ गए थे।

उन्होंने कहा, 'श्रीलंका के विदेश मंत्री जब गत जनवरी में यहां 'नई दिल्ली' आये थे तब हम वह तरीका खोजने पर सहमत हुए थे जिससे ये शरणार्थी सम्मान, गरिमा और सुरक्षा के साथ वापस लौट सकें।' उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर द्विपक्षीय चर्चा के लिए एक बैठक 30 जनवरी को पहले ही हो चुकी है।

जयशंकर के अनुसार तमिलनाडु में सरकार द्वारा संचालित 109 शिविरों में 65 हजार शरणार्थी, जबकि राज्य में अन्य स्थान पर 37 हजार शरणार्थी रह रहे हैं। मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान श्रीलंकाई संसद को भी संबोधित करेंगे। वह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के बाद जाफना की यात्रा करने वाले दूसरे विदेशी नेता होंगे। कैमरन नवम्बर 2013 में जाफना गए थे जब वह राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने श्रीलंका गए थे।

मोदी श्रीलंका की अपनी यात्रा के पहले दिन शुक्रवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति मैतृपाला सिरीसेना के साथ वार्ता करेंगे। सिरीसेना राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर पिछले महीने भारत आये थे। मोदी ने अपनी तीन देशों की यात्रा के बारे में कल ट्वीट किया, 'मैं श्रीलंका की अपनी यात्रा पर इस खुशी और आनंद के साथ रवाना होउंगा कि यह यात्रा भारत-श्रीलंका संबंधों को आने वाले वर्षों में और मजबूती प्रदान करेगी।'

जयशंकर ने कहा कि भारत श्रीलंका के साथ कई मुद्दों पर चर्चा कर रहा है जिसमें उस देश में मेलमिलाप का मुद्दा उल्लेखनीय रूप से शामिल है। उन्होंने कहा, 'हम श्रीलंका में मेलमिलाप प्रक्रिया को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना चाहते हैं।' उन्होंने कहा, 'हम श्रीलंका के पुनर्निर्माण में काफी महत्वपूर्ण योगदान करने वाले रहे हैं।' मोदी की श्रीलंका यात्रा उस देश के नये राष्ट्रपति की पहली विदेश यात्रा के एक महीने बाद हो रही है। सिरीसेना दोनों देशों के संबंधों के पुनर्निर्माण के प्रयास के तहत भारत आये थे जो इस द्वीपीय देश में चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर उत्पन्न तनाव से प्रभावित हुए हैं।

मोदी इंडियन पीस कीपिंग फोर्स 'आईपीकेएफ' स्मारक और महाबोधी सोसाइटी जाकर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके साथ ही वह श्रीलंकाई उद्योगपतियों को संबोधित भी करेंगे। मोदी 14 मार्च को अनुराधापुर और तलाईमन्नार के दौरे के बाद जफना जाएंगे। मोदी तलाईमन्नार में एक ट्रेन को झंडी दिखाएंगे।

सेशेल्स में मोदी राष्ट्रपति जेम्स एलेक्सिस माइकल के साथ बुधवार को वार्ता करेंगे जिसका उद्देश्य समुद्रीय सुरक्षा मजबूत करना और द्विपक्षीय विकास सहयोग को बढ़ाना है। मोदी कल रात सेशेल्स पहुंचेंगे। मोदी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सेशेल्स की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे जिसकी जनसंख्या 92 हजार है। इससे पहले इंदिरा गांधी ने 1981 में सेशेल्स की यात्रा की थी।

प्रधानमंत्री तटवर्ती निगरानी रडार को भी शुरू करेंगे। मोदी अपनी यात्रा के दूसरे चरण में बुधवार की दोपहर मॉरीशस पहुंचेंगे। मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री अनिरूद्ध जगन्नाथ से बातचीत करेंगे और मॉरीशस की संसद को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मॉरीशस की 42वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि भी होंगे।

प्रधानमंत्री इसके साथ ही गश्ती पोत एमसीजीएस बाराकुडा को सेवा में शामिल करेंगे जिसे भारत ने मॉरीशस को देश के नेशनल कोस्ट गार्ड के इस्तेमाल के लिए निर्यात किया है। जयशंकर ने कहा कि तीनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत के वाणिज्यिक संबंध महत्वपूर्ण रूप से बढ़े हैं और वे सहयोग की नयी संभावनाएं पेश करते हैं। उन्होंने कहा, 'हम संबंधों को लेकर बहुत आशावान हैं।'

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