
- अयोध्या में 23 से 25 नवंबर के बीच राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया जाएगा.
- प्रधानमंत्री मोदी इस ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं, इसके लिए पीएमओ से अनुमति मिल चुकी है.
- RSS प्रमुख मोहन भागवत भी इस आयोजन में शामिल होंगे, लेकिन राष्ट्रपति के आना अभी तय नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. रामजन्मभूमि परिसर में 23 से 25 नवंबर के बीच ध्वजारोहण समारोह आयोजित होगा. पीएम मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय को पीएमओ से इसके लिए परमिशन दे दी गई है. तीन दिन पहले कार्यक्रम में पीएम मोदी के शामिल होने की इच्छा लेकर तंपत राय दिल्ली पहुंचे थे. पीएम मोदी अगर कार्यक्रम में शामिल होते हैं तो वह छठवीं बार अयोध्या पहुंचेंगे.
मोहन भागवत भी जाएंगे अयोध्या
हालांकि अब तक ये साफ नहीं है कि राष्ट्रपति द्रोपदी कार्यक्रम में शामिल होंगी या नहीं. दरअसल अब तक राष्ट्रपति भवन से उनके आगमन को लेकर सहमति नहीं मिली है. RSS चीफ मोहन भागवत का शामिल होना पहले ही तय हो चुका है.
अक्टूबर में पूरा हो जाएगा मंदिर निर्माण कार्य
बता दें कि पिछले चार सालों से रामजन्मभूमि परिसर में चल रहा मंदिरों निर्माण कार्य अक्टूबर में पूरा होने जा रहा है. श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इस क्षण को उत्सव मनाकर यादगार बनाना चाहता है. इस आयोजन में करीब 10 हजार अतिथियों को आमंत्रित करने की तैयारी है.
मंदिरों की चोटी पर फहराई जाएगी सनातन ध्वजा
आयोजन के दौरान राम मंदिर समेत इसके पूरक सात मंदिरों की चोटी पर भी सनातन ध्वजा फहराई जाएगी. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ट्रस्ट ने पिछले दिनों पीएमओ और राष्ट्रपति भवन को चिट्ठी लिखकर पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का कार्यक्रम मांगा था.
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