
अपने पोते के तिलकोत्सव में अपने गांव सैफई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने वाले और एक ही दिन पहले मोदी सरकार के रेल बजट का स्वागत करने वाले सपा प्रमुख आज लोकसभा में उस वक्त अवाक रह गए, जब नरेंद्र मोदी ने उनकी एक टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह समझ नहीं पा रहे हैं कि वह मुलायम सिंह यादव की बात पर हंसें या रोएं।
सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुलायम सिंह ने कल कहा था कि बनारस के अस्सी घाट पर मोदी ने तीन महीने पहले सफाई कराई थी, लेकिन अब फिर वही हालत है।
मोदी ने आज चर्चा का जवाब देते हुए कहा, 'मुलायमजी ने कहा है कि अस्सी घाट की सफाई का काम तीन महीने बाद भी पूरा नहीं हुआ है... मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि मैं उनकी इस बात पर हंसूं या रोऊं।' उन्होंने कहा, 'मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि वह यूपी सरकार का रिपोर्ट कार्ड दे रहे थे या मेरी सरकार का रिपोर्ट कार्ड।'
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा की सरकार है। मुलायम द्वारा खुद को डॉ. राम मनोहर लोहिया का अनुयायी बताए जाने के परिप्रेक्ष्य में भी मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी के बाद डॉ. लोहिया ने स्वच्छता की बात सबसे ज्यादा ताकत के साथ उठायी थी। उन्होंने कहा कि लोग कह सकते हैं कि चूंकि स्वच्छता की बात लोहिया ने उठायी थी, इसलिए मोदी को नहीं उठानी चाहिए... लेकिन मैं इसे नहीं मानता हूं। मैं भी लोहिया पर गर्व महसूस करता हूं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं