- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था आठ प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर से बढ़ रही है.
- भारत में उच्च विकास दर और कम मुद्रास्फीति का मॉडल मौजूद है, जो पहले की तुलना में आर्थिक स्थिरता दर्शाता है.
- स्पेस सेक्टर में निजी कंपनियों के प्रवेश से रॉकेट निर्माण में तेजी आई है और युवाओं को नए अवसर प्राप्त हुए हैं.
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हमें बताएं।एचटी समिट में पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में बात करते हुए कहा कि क्वावर्टर 2 के जीडीपी आंकड़े आए हैं. ये केवल जीडीपी की बात नहीं है. 8 फीसदी के ज्यादा का ग्रोथ रेट हमारी लिए नया प्रतिबिंब है. ये स्ट्रांग मैक्रो इकॉनमी सिग्नल है, ये संकेत हैं कि भारत आज ग्लोबल इकॉनमी का ग्रोथ ड्राइवर बन रहा है. हमारे आंकड़े तब हैं, जब ग्लोबल ग्रोथ 3 प्रतिशत के आसपास है, जी 7 की इकॉनमी औसतन 1.5 फीसदी के आसपास है, इन परिस्थितियों में भारत हाईग्रोथ और लो इन्फेलशन का मॉडल बना हुआ है, एक समय था जब हमारे देश में खासकर विशेषज्ञ हाई इन्फेलशन को लेकर चिंता जताते थे. आज वही इन्फेलशन लो होने की बात करते हैं.
कैसे आया ये बदलाव
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत की उपलब्धियां सामान्य बात नहीं हैं. ये सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है, फंडामेंटल चेंज है. ये चेंज बीते दशक में भारत लेकर आया है. ये बदलाव समस्याओं के समाधान की प्रवृति का है. ये बदलाव आशंकाओं के बादलों को हटाकर आकांक्षाओं के विस्तार का है, इसी वजह से आज का भारत का खुद भी ट्रांसफॉर्म हो रहा है और आने वाले कल को भी ट्रांसफॉर्म कर रहा है.
- प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारे छोटे शहर भी आधुनिक सुविधाओं से लैस हो रहे हैं. हमारे छोटे शहर स्टार्टअप और एमएसएमई के नए केंद्र बन रहे हैं.भारत की नारी शक्ति तो कमाल कर रही है भारत की बेटियां हर क्षेत्र में छा रही हैं. ये केवल अब महिला सशक्तिकरण के लिए नहीं है.जब नए अवसर बनते हैं, जब रुकावटें हटती हैं तो आसमान में उड़ने के लिए नए पंख भी लग जाते हैं. इसका एक उदाहरण भारत का स्पेस सेक्टर भी है. पहले स्पेस सेक्टर सरकारी नियंत्रण में ही था, हमने स्पेस सेक्टर में रिफॉर्म किया उसको प्राइवेट सेक्टर के लिए ओपन किया, इसके नतीजे आज देश देख रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि स्काईरूट के इनफिनीटी कैंपस का उद्घाटन किया है. ये भारत की प्राइवेट कंपनी है. ये कंपनी हर महीने एक रॉकेट बनाने की क्षमता पर काम कर रही है , ये कंपनी फ्लाई रेडी विक्रम वन बना रही है, सरकार ने प्लेटफॉर्म दिया और भारत का नौजवान उसपर नया भविष्य बना रहा है. यही तो असली ट्रांसफॉर्मेशन है.
- प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में आए एक और बदलाव की चर्चा हम करना चाहते हैं, एक समय था जब भारत में रिफॉर्म रिएक्शनरी होते थे, यानी बड़े निर्णयों के पीछे या तो कोई राजनीतिक स्वार्थ होता था या फिर किसी संकट को मैनेज करना होता था, लेकिन आज नेशनल गोल को देखते हुए रिफॉर्म होते हैं, टारगेट तय है. देश के हर सेक्टर में कुछ न कुछ बेहतर हो रहा है. हमारी गति स्थायी है. हमारी डायरेक्शन कंसीस्टेंट है, हमारा इंटेंट नेशन फर्स्ट का है.
- पीएम मोदी ने कहा कि 2025 का तो ये पूरा साल ऐसे ही रिफॉर्म का साल रहा है, सबसे बड़ा जीएसटी का था, इसका असर क्या हुआ वो सारे देश ने देखा है. इसी साल डायरेक्ट टैक्स सिस्टम में बहुत बड़ा रिफॉर्म हुआ है. 12 लाख रुपये तक की इनकम पर जीरो टैक्स ये एक ऐसा कदम रहा, जिसके बारे में एक दशक पहले तक सोचना भी असंभव था. रिफॉर्म के इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए अभी चार दिन पहले स्मॉल कंपनी की परिभाषा में बदलाव किया गया है, इससे हजारों कंपनियां अब आसान निर्णय तेज प्रक्रियाओं के दायरे में आ गई हैं.
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