पीएम मोदी (फाइल फोटो)
बीजिंग:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बात की. मोदी ने शी को पांच साल के एक अन्य कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी. मोदी ने कल चीन की सोशल मीडिया साइट पर शी को बधाई दी थी. चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी ने कहा कि शी का फिर से चुना जाना दिखाता है कि उन्हें पूरे चीनी राष्ट्र का समर्थन प्राप्त है. मोदी ने चीन की सोशल मीडिया साइट‘ वीबो’ पर डाले गए एक संदेश में कहा था, ‘‘ प्रिय राष्ट्रपति शी चिनफिंग, आपको दोबारा चीन का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई.’’
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उन्होंने कहा था, ‘‘ मैं अपने द्विपक्षीय रिश्तों के विकास के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्सुक हूं.’’ पिछले हफ्ते 64 साल के शी को कठपुतली मानी जाने वाली चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस( एनपीसी) के 2970 डिप्टी द्वारा एकमत से निर्वाचित किया गया था. शी आजीवन राष्ट्रपति बने रह सकते हैं. वह माओत्से तु्ंग के बाद देश के सबसे ताकतवर नेता के तौर पर उभरे हैं. राष्ट्रपति पद संभालने के अलावा वह सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना( सीपीसी) और सेना के सर्वेसर्वा हैं. पिछले साल सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में 73 दिनों तक कायम रहे गतिरोध के बाद भारत और चीन रिश्ते सुधारने के राजनयिक प्रयास कर रहे हैं.
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विदेश सचिव विजय गोखले ने हाल में बीजिंग का दौरा किया था और चीन के शीर्ष स्तरीय अधिकारियों से बातचीत की थी, जबकि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में कहा था कि वह अगले महीने चीन की यात्रा पर जा सकती हैं. मोदी और शी इस साल जून में चीन के किंगदाओ में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन( एससीओ) के शिखर सम्मेलन में मिल सकते हैं.
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उन्होंने कहा था, ‘‘ मैं अपने द्विपक्षीय रिश्तों के विकास के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्सुक हूं.’’ पिछले हफ्ते 64 साल के शी को कठपुतली मानी जाने वाली चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस( एनपीसी) के 2970 डिप्टी द्वारा एकमत से निर्वाचित किया गया था. शी आजीवन राष्ट्रपति बने रह सकते हैं. वह माओत्से तु्ंग के बाद देश के सबसे ताकतवर नेता के तौर पर उभरे हैं. राष्ट्रपति पद संभालने के अलावा वह सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना( सीपीसी) और सेना के सर्वेसर्वा हैं. पिछले साल सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में 73 दिनों तक कायम रहे गतिरोध के बाद भारत और चीन रिश्ते सुधारने के राजनयिक प्रयास कर रहे हैं.
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विदेश सचिव विजय गोखले ने हाल में बीजिंग का दौरा किया था और चीन के शीर्ष स्तरीय अधिकारियों से बातचीत की थी, जबकि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में कहा था कि वह अगले महीने चीन की यात्रा पर जा सकती हैं. मोदी और शी इस साल जून में चीन के किंगदाओ में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन( एससीओ) के शिखर सम्मेलन में मिल सकते हैं.
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