प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) दो दिनों की कर्नाटक यात्रा पर है. शुक्रवार को भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 107 वे सत्र का प्रधानमंत्री ने संबोधित किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी का अपना पक्ष नहीं होता, वो निष्पक्ष होता है, टेक्नोलॉजी तेज विकास और सही विकास में संतुलन का काम करती है. टेक्नोलॉजी सरकार और सामान्य मानवी के बीच का ब्रिज है. प्रधानमंत्री ने कहा शोध के क्षेत्र में भारत की रैंकिग बढ़ी है. दुनिया भर वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बेंगलुरु रिसर्च के लिए एक उम्दा जगह है. रिसर्च और डेवलपमेंट का एक ऐसा इकोसिस्टम इस शहर ने विकसित किया है, जिससे जुड़ना हर युवा वैज्ञानिक, हर इनोवेटर, हर इंजीनियर का सपना होता है.
Technology सरकार और सामान्य मानवी के बीच का ब्रिज है।
— BJP LIVE (@BJPLive) January 3, 2020
Technology तेज विकास और सही विकास में संतुलन का काम करती है।
Technology का अपना पक्ष नहीं होता, वो निष्पक्ष होता है: पीएम #KarnatakaWithModi
प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया को टेक्नोलॉजी भी चाहिए और लॉजिकल टेम्परामेंट भी चाहिए ताकि हमारे सामाजिक और आर्थिक जीवन के विकास को हम नई दिशा दे सकें. उन्होंने दावा किया कि आज देश में गवर्नेंस के लिए, जितने बड़े पैमाने पर साइंस एंड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ.
आज देश में Governance के लिए, जितने बड़े पैमाने पर साइंस एंड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) January 3, 2020
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश में गवर्नेंस के लिए, जितने बड़े पैमाने पर साइंस एंड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ. कल ही हमारी सरकार ने देश के 6 करोड़ किसानों को एक साथ पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर करके एक रिकॉर्ड कायम किया है. प्लासटिक वेस्ट के साथ-साथ इलेक्ट्रोनिक वेस्ट से मेटल को निकालने और उसके बार-बार उपयोग को लेकर भी हमें नई तकनीक, नए समाधान की ज़रूरत है. भारत के विकास में खासतौर पर ग्रामीण विकास में टेक्नोलॉजी की उपयोगिता को हमें व्यापक बनाना है.आनेवाल दशक भारत में साइंस और टेक्नोलॉजी आधारित गवर्नेंस के लिए एक अच्छा समय होने वाला है.
बता दें कि प्रधानमंत्री दो दिनों की कर्नाटक यात्रा पर है इससे पहले गुरुवार को नरेंद्र मोदी ने तुमकुरू में कहा था कि ये मेरा सौभाग्य है कि साल 2020 की शुरुआत तुमकुरू की इस पावन धरा से हुई है. मेरी कामना है कि सिद्धागंगा मठ की ये पवित्र ऊर्जा समस्त देशवासियों के जीवन को मंगलकारी बनाए.पूज्य स्वामी श्री श्री शिवकुमार जी की भौतिक अनुपस्थिति हम सभी महसूस करते हैं. मैंने तो साक्षात अनुभव किया है कि उनके दर्शन मात्र से ही जीवन ऊर्जा से भर जाता था. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश निराशाओं के दौर से बाहर निकल रहा है, भारत ने नई ऊर्जा और नए उत्साह के साथ 21वीं सदी के तीसरे दशक में प्रवेश किया है.
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