पश्चिम बंगाल में स्कूली छात्रा की कथित तौर पर गैंगरेप और हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. कोलकाता से सिलीगुड़ी को जोड़ने वाले NH-31 पर रविवार की दोपहर विरोध दर्ज करने के लिए जमा हुए लोक आक्रोशित हो गए और उन्होंने सड़क पर जाम लगा दी और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. विरोध प्रदर्शन कोलकाता से लगभग 500 किलोमीटर दूर चोपड़ा में हुआ. लगभग दो घंटे तक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन लोग उग्र हो गए. इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा. पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे.
करीब 2 बजे शुरू हुई हिंसा कई घंटों तक चली और कम से कम तीन बसों और पुलिस वाहनों को प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आग के हवाले कर दिया. पुलिस का मानना था की शाम 5 बजे तक उन्होंने भीड़ को तितर-बितर कर दिया, लेकिन प्रदर्शनकारी वहां से थोड़ी दूर चले गए और धनुष और तीर से पुलिसकर्मियों को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया.
स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों पर धनुष और तीर से हमला किया.
जिस लड़की की मौत हुई थी, उसकी बहन ने बताया कि उसने अभी हाल ही में 10वीं की परीक्षा पास की थी. बीती रात पीड़ित लड़की के लापता होने के बाद परिवार ने उसकी खोज शुरू की और एक पेड़ के नीचे शव मिला. स्थानीय लोगों का आरोप है कि गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई है. घटनास्थल से बरामद किए गए दो साइकिल और कुछ मोबाइल फोन्स को पुलिस को सौंप दिया गया है.
लड़की का शव मिलते ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. स्थानीय पुलिस का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और लड़की की मौत की जांच शुरू कर दी गई है.
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