वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला बोला है. दिग्विजय सिंह के निशाने पर एक बार फिर भगवा और भाजपा हैं. भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज भगवा ड्रेस (Saffron Clothes) पहनकर लोग रेप कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिरों के भीतर भगवा ड्रेस पहनकर बलात्कार की घटनाए हो रही हैं. भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं. हमारे सनातन धर्म को जिन्होंने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा. दरअसल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का इशारा पूर्व बीजेपी सांसद स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) की ओर था, जिनकी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. उनपर उनकी कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्रा ने ब्लैकमेल कर सालों तक रेप करने का आरोप लगाया है.
#WATCH Digvijaya Singh, Congress in Bhopal: Today, people are wearing saffron clothes and raping, rapes are happening inside temples, is this our religion? Those who have defamed our 'Sanatan Dharma', not even god will forgive them. pic.twitter.com/psAQcd1R7p
— ANI (@ANI) September 17, 2019
बता दें कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में संतों का जमावड़ा हुआ था. इस समागम में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वो नर्मदा और धर्म के नाम पर कथित भ्रष्टाचार की जांच कराएंगे. संतों को पट्टे देने पर भी विचार होगा. सरकार के निर्देश पर इस समागम के कर्ताधर्ता कम्प्यूटर बाबा बने. उन्होंने दावा किया गया कि इसमें प्रदेश भर के करीब 1000 संत शामिल हुए. सम्मेलन में सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे. लेकिन मंच पर कमलनाथ के जूते और दिग्विजय के बयान पर बीजेपी हमलावर हो गई.
संतों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा भगवा पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं, भगवा वस्त्र पहनकर मंदिर में बलात्कार हो रहा है, हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा. सम्मेलन में से 1000 से ज्यादा साधू जुटे, लेकिन बीजेपी को नजर आया तो मंच से मुख्यमंत्री कमलनाथ का जूता और दिग्विजय सिंह का बयान. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा संत समागम आप करते हैं बुलाकर संतों की बेज्जती करते हैं, साथ में कमलनाथ जूता दिखाकर संतों की ओर बैठते हैं इन्हें संतों का श्राप लगने वाला है.
हालांकि समागम में पधारे साधू-संतों को दिग्विजय के बयान या जूते में कुछ गलत नहीं लगा. श्री महंत राम गिरिजी महाराज, बाबा डंडावाले ने कहा कि इसमें कुछ ग़लत नहीं है जो लोग भीख मांग रहे हैं, चूरन बेच रहे हैं सरकार उनको एक कानून बनाकर तीन साल तक गौशाला में रखे या ता गौसेवा करेंगे नहीं तो घर भाग जाएंगे. इस समागम पर खर्च मध्यप्रदेश सरकार की तिजोरी से भी हुआ है, वैसे सरकार को जनता के पैसे समागम में खर्चने पर कोई बुराई नहीं लगती, साधू चाहते हैं साल में कई बार ऐसे समागम आयोजित हों. धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा हमारा धर्मस्व विभाग है, कुछ खर्चा सरकार करेगी कुछ बाहरी से होगा.
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वहीं कंप्यूटर बाबा ने कहा एक बार नहीं साल में कई बार समागम होता रहे, पूरा संत समाज सरकार के साथ खड़ा है. हो भी क्यों ना आखिर इस समागम के लिये सरकार ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, रहने से लेकर खानपान तक के लिये खाद्य विभाग के अधिकारियों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि 35 साल पहले मैंने लोकसभा में कहा था कि आनंद विभाग बनाना चाहिए. उन्होंने संतों की मौजूदगी में कहा कि सरकार उद्योगपतियों को पट्टा दे सकती है तो मंदिर संचालक को क्यों नहीं. कांग्रेस दिमाग के अलावा दिल से भी सोचती है, कांग्रेस सरकार में किसी साधू को कुछ मांगने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सन्त समागम ने मेरा 250 ग्राम खून बढ़ा दिया है.
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कभी शिवराज सरकार में मंत्री रहे कंप्यूटर बाबा ने निमंत्रण शिवराज सिंह को भी भेजा था लेकिन वो नहीं आये. बहरहाल कंप्यूटर बाबा वैसे तो दिग्विजय सिंह के लिये चुनाव से पहले धूनी रमाए बैठे थे लेकिन उन्हें चुनाव जिता नहीं पाए, अब देखना होगा इस मंच से दिग्विजय सिंह ने जो कहा है वो बाबा और सरकार के लिये क्या नतीजा लाएगा.
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