सद्भाव की अनूठी मिसाल: अज़ान सुन लाउडस्पीकर बंद कर देता है मंदिर, भक्तों को शरबत पिलाते मस्जिद के इमाम

लाउडस्पीकर विवाद के दौरान, राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर एक स्पष्ट रुख बनाए रखा है और बार-बार दोहराया है कि उनकी सरकार कभी भी "ऐसी राजनीति में शामिल नहीं होगी" या किसी भी धर्म में हस्तक्षेप नहीं करेगी. 

सद्भाव की अनूठी मिसाल: अज़ान सुन लाउडस्पीकर बंद कर देता है मंदिर, भक्तों को शरबत पिलाते मस्जिद के इमाम

पटना स्टेशन के पास का महावीर मंदिर और उससे 50 मीटर की दूरी पर स्थित न्यू मार्केट की पटना मस्जिद.

पटना:

देश के कुछ हिस्सों में जहां मस्जिद में लाउडस्पीकर से अजान देने पर हंगामा मचा (Loudspeaker Controversy) हुआ है और लाउडस्पीकर हटाने के लिए हो हल्ला हो रहा है, वहीं बिहार (Bihar) की राजधानी पटना में 50 मीटर की दूरी पर स्थित एक मंदिर और एक मस्जिद एक-दूसरे की प्रार्थनाओं और समारोहों का सम्मान करते हुए सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल पेश कर रहे हैं.

दोनों धार्मिक केंद्रों के बीच सामाजिक और साम्प्रदायिक सद्भाव ऐसा कि अज़ान के दौरान मंदिर अपने लाउडस्पीकरों को बंद कर देता है, जबकि मस्जिद समान रूप से मंदिर के भक्तों का एक-दूसरे के प्रति सम्मान के प्रतीक के रूप में ख्याल रखती है. ये मंदिर है पटना स्टेशन के पास का महावीर मंदिर और उससे 50 मीटर की दूरी पर स्थित न्यू मार्केट की पटना मस्जिद.

समाचार एजेंसी ANI से  बात करते हुए, पटना मस्जिद के अध्यक्ष फैसल इमाम ने कहा कि मंदिर सम्मान के निशान के रूप में अज़ान के दौरान लाउडस्पीकर बंद कर देता है. उन्होंने यह भी कहा कि रामनवमी के अवसर पर मंदिर में आने वाले भक्तों को मस्जिद ने शरबत का भोग लगाया.

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इमाम ने कहा, "हमने रामनवमी पर मंदिर में आने वाले भक्तों को शरबत की पेशकश की क्योंकि वे मस्जिद के सामने कतार में थे. मंदिर में लाउडस्पीकर पूरे दिन भजन-कीर्तन बजाते हैं लेकिन सम्मान के प्रतीक के रूप में अज़ान के दौरान बंद कर दिए जाते हैं. यह एकता की भावना है."

इसी तरह, पटना के महावीर मंदिर के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने बताया कि वे (मंदिर और मस्जिद के लोग) अक्सर एक-दूसरे की मदद करते हैं और भाईचारा बनाए रखते हैं. कुणाल ने कहा, "न तो हमें अज़ान से कोई समस्या है और न ही उन्हें भजन-कीर्तन से कोई समस्या है. हम अपने बीच भाईचारा बनाए रखते हैं और अक्सर एक-दूसरे की मदद करते हैं."

नीतीश कुमार ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को कहा 'फ़ालतू' बात

लाउडस्पीकर विवाद के दौरान, राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर एक स्पष्ट रुख बनाए रखा है और बार-बार दोहराया है कि उनकी सरकार कभी भी "ऐसी राजनीति में शामिल नहीं होगी" या किसी भी धर्म में हस्तक्षेप नहीं करेगी. 

इस बीच, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के निर्देश के बाद रविवार सुबह सात बजे तक विभिन्न धार्मिक स्थलों से 53,942 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है. इस घोषणा से पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महीने की शुरुआत में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की मात्रा को प्रतिबंधित करने के निर्देश जारी किए थे.

उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से करीब 22 हजार अनाधिकृत लाउडस्पीकर हटाये गये

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वहीं महाराष्ट्र में 13 अप्रैल को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना  के प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया है और  अपनी मांग फिर दोहराई है.