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This Article is From Feb 11, 2019

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में लेना ही होगा खाना, खर्च करने पड़ेंगे इतने रुपये

नई दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन 18 में यात्रियों के लिए खाने-पीने का सामान उनके टिकट का हिस्सा होगा.

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में लेना ही होगा खाना, खर्च करने पड़ेंगे इतने रुपये
वंदे भारत एक्सप्रेस में भोजन ‘नहीं’ चुनने का विकल्प नहीं
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
खाने-पीने का सामान होगा टिकट का हिस्सा
15 फरवरी को शुरू होगी भारत की सबसे तेज ट्रेन
8 घंटे में पहुंचाएगी दिल्ली से वाराणसी
नई दिल्ली:

नई दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन 18 में यात्रियों के लिए खाने-पीने का सामान उनके टिकट का हिस्सा होगा. यानी वह इसे विकल्प की तौर पर ‘चुन या हटा' नहीं सकते हैं, जैसा कि शताब्दी, राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस में होता है. अधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. हालांकि इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन से इलाहाबाद से वाराणसी की यात्रा करने वाले यात्रियों को टिकट बुक कराने के दौरान खाद्य पदार्थ चुनने या नहीं चुनने की सुविधा होगी. यह भोजन भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की ओर से मुहैया कराया जाएगा. कैटरिंग शुल्क उनके टिकट में शामिल नहीं होगा. 

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बता दें कि यह ट्रेन अपनी पहली यात्रा 15 फरवरी को शुरू करेगी. सूत्रों ने बताया कि यात्री अगर टिकट बुक कराने के दौरान भोजन का विकल्प नहीं चुनते हैं, लेकिन वह यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थ चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए अतिरिक्त 50 रुपये देने होंगे. आईआरसीटीसी ने 2017 में राजधानी, शताब्दी और दुरंतो में पैंट्री सर्विस वैकल्पिक कर दिया था. ऐसा यात्रियों से ज्यादा शुल्क वसूलने और गुणवत्ता और मात्रा की समस्याओं पर नियंत्रण करने के लिए किया गया था.

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वहीं ट्रेन 18 के बारे में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘स्टेशनों के बीच कैटरिंग शुल्क तय कर दिया गया है और यह सभी यात्रियों के टिकट शुल्क में जोड़ा जाएगा.'' ट्रेन 18 या वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया प्रीमियम ट्रेनों के मुकाबले अधिक होगा. ट्रेन अपनी 755 किलोमीटर की यात्रा में दो स्टेशनों कानपुर और प्रयागराज में रुकेगी. इस मार्ग पर यह सबसे ज्यादा तेज गति से चलने वाली ट्रेन होगी. यह यात्रा आठ घंटे में तय होगी.

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